ब्लॉक भवानीगढ़ की तजऱ् पर संगरूर ब्लॉक के 22 गाँवों में छप्पड़ों की सफ़ाई के लिए 8 करोड़ रुपए मंजूर
चंडीगढ़ – पंजाब के कैबिनेट मंत्री श्री विजय इंदर सिंगला द्वारा बीते 27 फरवरी से ब्लॉक भवानीगढ़ और संगरूर के गाँवों में आरंभ की गई ‘संगरूर विकास यात्रा’ आज पाँचवे दिन हज़ारों वर्करों और गाँव वासियों की भागीदारी के बाद अमिट छाप छोड़ती हुई समाप्त हो गई। अपने इस सफऱ के दौरान कैबिनेट मंत्री श्री सिंगला ने 111 किलोमीटर का सफऱ पैदल तय करते हुए न केवल विधानसभा हलका संगरूर बल्कि पंजाब में एक मील का पत्थर स्थापित कर दिया। श्री सिंगला ने हलके के 92 गाँवों की ग्राम पंचायतों को विकास कार्यों के लिए 5.42 करोड़ से अधिक राशि की ग्रांटें बाँटी।आज पाँचवे और अंतिम दिन कैबिनेट मंत्री श्री सिंगला ने अपने सफऱ की शुरुआत गाँव घाबदां से जहाँ कि भारी जलसे के दौरान उन्होंने 190 योग्य किसानों को पंजाब सरकार की महत्वपूर्ण किसान कजऱ् राहत योजना के अंतर्गत 1.90 करोड़ की माफी के प्रमाण पत्र बाँटे। इसके अलावा घाबदां में ही 9 एस.सी और अन्य गरीब बेघर परिवारों को श्री सिंगला ने 5-5 मरलेे के प्लाट बाँटे। उन्होंने बताया कि ब्लॉक भवानीगढ़ की तजऱ् पर संगरूर ब्लॉक के 22 गाँवों में छप्पड़ों की सफ़ाई के लिए 8 करोड़ रुपए मंज़ूर किये गए हैं।इस मौके पर गाँव घाबदां के नौ और गाँव भराज और लक्खेवाल के 45 बेघर परिवारों को प्लाटों की मलकीयत के सर्टिफिकेट दिए गए। राज्य सरकार की इस पहलकदमी का स्वागत करते हुए गाँव घाबदां के सरपंच गुरजंट सिंह ने कहा, ‘‘यह बढिय़ा पहल है और इस परोपकारी काम के हमारे गाँव से शुरू होने से मैं बहुत खुश हूँ।’’ अपने दृष्टिहीन पिता और आठ अन्य पारिवारिक सदस्यों का पालन -पोषण करने वाला दिहाड़ीदार हरपाल सिंह इस स्कीम अधीन प्लॉट मिलने के कारण बहुत अधिक प्रसन्न था। उसने कहा, ‘‘मेरी इच्छा है कि मेरे पिता सिर्फ एक दिन के लिए अपनी इस ज़मीन के टुकड़े को देख सकें।’’लाभपात्री गुरदीप सिंह के पिता गोगा सिंह ने कहा, ‘‘उसके परिवार में नौजवान पुत्र और बहु हैं परन्तु परिवार के पास सिर ढकने के लिए सिफऱ् एक अस्थायी व्यवस्था थी। इसलिए उसे सोने के लिए गाँव के किसान के घर जाना पड़ता था, जहाँ वह किसान के शैड में सोता था। अब मुझे इस बात की ख़ुशी है कि हमारा अपना घर होगा।’’ तीन बेटियाँ और विधवा बहन का भार कंधों पर उठाने वाले मज़दूर तरसेम, भट्टा मज़दूर के पुत्र मेजर सिंह और दो बहनों और विशेष ज़रूरतों वाले भाई का पालन -पोषण करने वाले निर्भय सिंह ने कहा, ‘‘जहाँ तक हमें याद है, हमारी पिछली तीन पीढियों में से कोई भी प्लॉट का मालिक नहीं था। हम यह नहीं कह सकते कि प्लॉट मिलना हमारे लिए किसी सपने से कम नहीं है क्योंकि हम कभी ऐसा सपना देखा ही नहीं कि किस्मत इतनी दयालु होगी। इसको अमली जामा पहनाने वालों पर ईश्वर कृपा करे।’’ सभी लाभपात्रीयों के माता-पिता ने एकसुरता के साथ कहा कि सिर ढकने के लिए कोई स्थायी प्रबंध न होने के कारण वह अपने नौजवान लडक़ों का विवाह करने से भी झिजकते थे।इस दौरान श्री सिंगला ने बताया कि पंजाब सरकार की तरफ से नज़दीक भविष्य में इस योजना अधीन 5-5 मरले प्लॉट हासिल करने वाले लाभपात्री परिवारों को भवन निर्माण के लिए डेढ़ लाख रुपए भी सहायता राशि के तौर पर प्रदान किये जाएंगे। अपने संबोधन के दौरान श्री सिंगला ने बताया कि उन्होंने पिछले डेढ़ वर्ष के अंदर हलका संगरूर में हज़ारों की संख्या में नयी पैंशनें लगाईं और सरकार ने पैंशन की राशि 250 से बढ़ाकर 750 रुपए करके ज़रूरतमंदों को बड़ा लाभ मुहैया करवाया है। उन्होंने मैंबर लोकसभा रहते हलके में करवाए गए विकास कार्यों बारे भी लोगों के साथ विस्तार में बातचीत की और नामुराद बीमारी कैंसर की रोकथाम के लिए किये जा रहे महत्वपूर्ण प्रयासों बारे जागरूकता पैदा की। उन्होंने कहा कि इलाके के निवासियों की खुशहाली और तरक्की को यकीनी बनाने और समस्याओं को ज़मीनी स्तर पर पढ़ते हुए दूर करने के उद्देश्य से उन्होंने ‘संगरूर विकास यात्रा’ का प्रोग्राम बनाया था जो कि लोगों की पूरी भागीदारी और उत्साह के कारण सफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि घाबदां में तेज़ी से बनाया जा रहा पी.जी.आई का सैटेलाइट केंद्र स्वस्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में एक अहम प्रयास है जिसका न केवल संगरूर जिले के निवासियों बल्कि कई अन्य पास के जि़लों के लोगों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने खेल गतिविधियों को उत्साहित करने के लिए संगरूर जिले में स्थापित किये बड़े प्रोजेक्टों बारे भी बताया और सडक़ नैटवर्क समेत अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए किये जा रहे विभिन्न कार्यों बारे विस्तृत जानकारी दी। इस यात्रा के दौरान कैबिनेट मंत्री ने धनी किसानों से लेकर खेत मज़दूरों, भट्टा मज़दूरों, चरवाहों और दुकानदारों समेत लगभग हरेक वर्ग के लोगों के साथ बातचीत की। उन्होंने बेघर लोगों और पंचायतों की भी समस्याएँ सुनी। इस दौरान उन्होंने ग्रामीण नौजवानों के साथ चर्चा करने पर अधिक ध्यान दिया। उन्होंने लोगों को सरकारी नीतियों से अवगत करवाया और चल रहे और शुरू होने वाले विकास कार्यों बाबत बताया। इन पाँच दिनों में बारिश के छीटों और तूफान, उबड़-खाबड़ रास्ते और धूप के बावजूद पैदल यात्रा बिना रुके जारी रही, जिस दौरान श्री सिंगला ने बच्चों के साथ हँसी -मज़ाक भी किया। यात्रा को लोकसभा चुनाव के साथ जोडऩे वाले विरोधियों की टिप्पणियों को गलत बताते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा, ‘‘मेरी पैदल यात्रा कोई राजनैतिक ढकोसला नहीं है। मुझे कैबिनेट मंत्री का ओहदा लोगों की दुआओं से ही मिला है और मैं अब इस मौके को अपने हलके को विकास की बुलदिंयों पर ले जाने और लोगों की समस्याओं का हल करने के लिए लगा रहा हूँ।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘पैदल यात्रा को आगामी लोकसभा चुनाव के साथ जोडऩा बचकाना है। मैने कभी भी किसी भी स्तर पर लोकसभा सीट के लिए दावेदारी पेश नहीं की। मेरा एक मात्र उद्देश्य लोगों के साथ बातचीत करना और उनकी मुश्किलों का हल करना है।’’
