राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने बुधवार को वर्ष 2017 के लिए 42 कलाकारों
को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान किए. राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक
समारोह में संगीत, नाटक, नृत्य, वादन और गायन के क्षेत्र में विशेष योगदान
के लिए इन कलाकारों को सम्मानित किया गया. इन कलाकारों का चयन पिछले साल
इंफाल में अकादमी की जनरल कौंसिल की बैठक में किया गया था.
राष्ट्रपति
राम नाथ कोविन्द ने वर्ष 2017 के लिए 42 कलाकारों को संगीत नाटक अकादमी
पुरस्कार प्रदान किए. राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में संगीत,
नाटक, नृत्य, वादन और गायन के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए इन कलाकारों
को सम्मानित किया गया.
संगीत के क्षेत्र में 11 जाने-माने कलाकार
चुने गए. जिनमें हिन्दुस्तानी गायन के लिए ललित जे राव, प्रसिद्ध बांसुरी
वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना, कर्नाटक गायन के लिए एमएस शीला, मशहूर
गुरबानी गायक गुरनाम सिंह और मशहूर ध्रुपद गायक गुन्देचा बंधु शामिल रहे.
मशहूर
भरतनाट्यम नृत्यांगना रमा वैद्यनाथम, शोभा कोसर – कथक, सुजाता महापात्र –
ओडिशी, रामकृष्ण तालुकदार – सतरिया, जन्मेजय साईबाबू – छाउ नृत्य के
क्षेत्र में अकादमी पुरस्कार 2017 के लिए 9 कलाकारों को पुरस्कृत किया
गया.
थिएटर यानि नाट्य कला के क्षेत्र में मशहूर निर्देशक सुनील
शानबाग, बापी बोस, अभिनय के लिए हेमा सिंह, दीपक तिवारी, अनिल टिक्कू,
नुरूद्दीन अहमद, स्टेज क्राफ्ट के लिए अवतार साहनी समेत 9 प्रमुख कलाकार
चुने गए हैं.
पारंपरिक, लोक, जनजातीय संगीत, नृत्य थिएटर तथा
कठपुतली कला के क्षेत्र में अकादमी पुरस्कार 2017 के लिए 10 कलाकारों को
सम्मानित किया गया. राजस्थान के लिए मशहूर लोकगायक अनवर खान मंगनियार,
रामचन्द्र मांझी – लोक संगीत बिहार, प्रकाश खंडगे – महाराष्ट्र, पार्वती –
बाउल संगीत, पश्चिम बंगाल, जगन्नाथ बयान – खोल असम, केसी रुनरेमसंगी लोक
संगीत मिजोरम, मुकुन्द नायक – लोक संगीत झारखंड को पुरस्कृत किया गया.
ये सम्मान न केवल उत्कृष्टता और उपलब्धि के उच्च मानकों के संकेतक हैं, बल्कि व्यक्तिगत योगदान को मान्यता देते हैं.
इन
कलाकारों न सिर्फ अपने अपनी माटी की खुशबू को पूरे देश में फैलाया है
बल्कि अपने देश की कला, संस्कृति का पूरे विश्व में परचम लहराया है.
