नई दिल्ली – माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने कहा है कि अगले दौर का
ग्लोबलाइजेशन ऐसा होना चाहिए, जिसमें आर्थिक विकास हर किसी के लिए समान हो।
कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे और किसी को भी शरणार्थी बनकर कैंप में रहने की
आवश्यकता न हो।
वल्र्ड इकोनॉमिक फोरम के दौरान शेपिंग ग्लोबलाइजेशन
4.0 पर एक सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ग्लोबल कम्युनिटी के
रूप में हम सभी को धीमी पड़ी आर्थिक विकास दर को रफ्तार देनी होगी। हमें
आर्थिक विकास की मुख्य चुनौतियों का सामना करना होगा। अगले दौर के
ग्लोबलाइजेशन में समान विकास बहुत जरूरी है। समान विकास और तेज रफ्तार की
दोहरी चुनौती का एक साथ सामना करना है। भारतीय मूल के बिजनेस लीडर नडेला ने
कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के जरिये आनी चाहिए
ताकि विकास दर को तेज किया जा सके।
विप्रो के सीईओ आबिदली नीमनवाला
ने एक सत्र में कहा कि बदलती तकनीक के दौर में नौकरी जाने की चिंताएं खत्म
करने के लिए कंपनियों और सरकारों को कर्मचारियों को दोबारा ट्रेनिंग देने
पर निवेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कंपनियों को स्थानीय संस्कृति समझने
और उसमें ढलने की क्षमता विकसित करनी चाहिए। विप्रो पूरी दुनिया में ज्यादा
से ज्यादा स्थानीय लोगों को ही नियुक्त करती है।
सबसे तेज रहेगी
भारतीय एविएशन की रफ्तार: स्पाइसजेट के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर अजय
सिंह ने कहा कि भारतीय एविएशन सेक्टर की विकास दर ग्लोबल रफ्तार से तेज बनी
रहेगी।
इस समय भारत में प्रमुख ग्लोबल हब बनने और कनेक्टिंग फ्लाइट
शुरू करने का सही समय है। यहां की एयरलाइन अंतररराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी
खिलाड़ी बन सकती हैं। भारत में एविएशन की विकास दर सबसे तेज करीब 20 फीसद
है।
