दुबई। ईरान ने रविवार को कहा कि देश की सुरक्षा मजबूत बनाने के लिए वह मिसाइल परीक्षण जारी रखेगा। इससे किसी भी अंतरराष्ट्रीय समझौते का उल्लंघन नहीं होता है। तेहरान का यह बयान अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो की उस टिप्पणी के एक दिन बाद आया है, जिसमें उन्होंने ईरान पर हाल में मिसाइल परीक्षण करने और वर्ष 2015 में विश्व शक्तियों के साथ किए परमाणु कार्यक्रम से जुड़े समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया था। हालांकि इस साल मई में अमेरिका एकतरफा इस समझौते से पीछे हट गया था।ईरानी सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबूअलफजल शेकरची ने कहा,’मिसाइल परीक्षण देश की सुरक्षा और दुश्मनों से बचाव के लिए किए जाते हैं। इसलिए हम मिसाइल विकसित करना और उनका परीक्षण जारी रखेंगे। यह किसी भी अंतरराष्ट्रीय समझौते का उल्लंघन नहीं है। यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला है। इसके लिए हमे किसी देश की अनुमति लेने की जरूरत नहीं है।’हालांकि उन्होंने इसकी पुष्टि नहीं की कि ईरान ने मिसाइल परीक्षण किया था या नहीं। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने ट्वीट कर कहा कि ईरान ने हाल में बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। यह मिसाइल इजरायल और यूरोप तक मार करने में सक्षम है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में विश्व के छह देशों ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, रूस और चीन का ईरान के साथ परमाणु हथियार कार्यक्रम पर रोक लगाने को लेकर समझौता हुआ था।
