वाशिंगटन। सऊदी मूल के पत्रकार जमाल खशोगी ने हत्या से पहले अपने एक सऊदी साथी को 400 से ज्यादा वाट्सएप संदेश भेजे थे। इन संदेशों से उनकी हत्या के मामले में नए सुराग मिलने की संभावना जताई गई है। एक संदेश में उन्होंने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान को क्रूर व्यक्ति करार दिया था। खशोगी की गत दो अक्टूबर को तुर्की के इस्तांबुल शहर में स्थित सऊदी अरब के वाणिज्य दूतावास में हत्या कर दी गई थी। वह क्राउन प्रिंस के मुखर आलोचक माने जाते थे।सीएनएन के अनुसार, खशोगी ने कनाडा में स्वनिर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे सऊदी के सामाजिक कार्यकर्ता उमर अब्दुलअजीज को संदेश के साथ कई वॉयस रिकार्डिग, फोटो और वीडियो भी भेजे थे। अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट के लिए काम करने वाले खशोगी ने गत मई में एक संदेश में लिखा था, ‘वह बहुतों का शिकार कर चुके हैं और अन्य का करना चाहते हैं।’ माना जा रहा है कि खशोगी का इशारा क्राउन प्रिंस की ओर था।सीएनएन को रविवार को दिए इंटरव्यू में अब्दुलअजीज ने कहा, ‘उनका (खशोगी) मानना था कि एमबीएस (क्राउन प्रिंस) एक समस्या हैं और इन्हें रोका जाना चाहिए। उन्होंने गत अगस्त में आशंका जताई थी कि सऊदी अधिकारी उनकी बातचीत की निगरानी कर सकते हैं। इसके दो महीने बाद ही उनकी हत्या कर दी गई थी।’
इजरायली कंपनी पर किया मुकदमा;-अब्दुलअजीज ने गत शनिवार को एक इजरायली कंपनी पर मुकदमा किया। उनका मानना है कि इस कंपनी ने एक ऐसा साफ्टवेयर बनाया है, जिससे उनके फोन को हैक किया गया था। अब्दुलअजीज के अनुसार, ‘खशोगी के साथ जो कुछ हुआ, उसमें मेरे फोन को हैक किए जाने की भूमिका हो सकती है।’
