केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया. जेटली ने अपने फेसबुक पर राफेल, सबरीमाला समेत कई विषयों पर अपने विचार व्यक्त किए.अरुण जेटली ने लिखा है कि जब एक युवा वकील प्रैक्टिस शुरू करते हैं तो अनुभवी लोग उन्हें सलाह देते हैं कि अगर केस में तथ्य और कानूनी पहलू कमजोर पड़ रहा हो तो जोर से डेस्क थपथपाओ यानि जोर से बोलो इससे दबाव बढ़ेगा. लगता है कि राहुल गांधी के सलाहकारों ने उन्हें भी यही नियम अपनाने को कहा है, क्योंकि राफेल से लेकर कर्जमाफी समेत कई मुद्दों पर उनके पास कोई तथ्यात्मक जानकारी नहीं है.जेटली ने लिखा है कि राफेल एयरक्राफ्ट और इसके हथियार भारत में कहीं भी नहीं बनाए जा रहे हैं. सभी 36 राफेल विमान हथियारों से लैस सीधे उड़ान भरने की स्थिति में फ्रांस से भारत पहुंचेंगे. जैसे ही विमानों की आपूर्ति शुरू हो जाएगी, दसल्ट को सौदे की कुल लागत का 50 फीसदी एयरक्राफ्ट भारत में तैयार करनी पड़ेगा. दसॉल्ट कंपनी ने कहा है कि रिलायंस को कुल ऑफसेट का 3 फीसदी ही हिस्से में आएगा यानि कि करीब 1 हजार करोड़.कर्ज माफी पर राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री की ओर से कुछ लोगों का लोन माफ करने के आरोपों पर जेटली ने लिखा है कि ये लोन यूपीए के शासनकाल में दिए गए थे. किसी का एक भी रुपया माफ नहीं किया गया है. इनसॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कानून, 2016 के तहत डिफॉल्ट करने वाली सभी कंपनियों के प्रमोटर्स को हटा दिया गया है और बैंक कर्ज की रिकवरी की जा रही है.राहुल गांधी द्वारा लगातार पूछे जा रहे हैं सवाल कि आखिर भारत में मोबाइल फोन नहीं बनाए जा सकते का जवाब देते वित्त मंत्री लिखते हैं, ‘मैं राहुल गांधी को कई बार सही जानकारी दे चुका हूं कि जब यूपीए सत्ता से बाहर हुई तो केवल दो मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट थी आज 120 यूनिट है और इसकी संख्या लगातार बढ़ रही है.राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में एक चुनावी रैली में कहा कि नीरव मोदी और विजय माल्या देश से भागने से पहले वित्त मंत्री से मिले थे उसके जबाव में जेटली ने लिखा कि नीरव मोदी से वे कभी नहीं मिले थे और विजय माल्या संसद के कॉरिडोर में मिलने का प्रयास किया था जिसे वे नकार दिए थे.
