खेल मंत्री ने प्रसिद्ध कुमैंटेटर द्वारा खेलों को दिये गए योगदान को याद किया
चंडीगढ़ – खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने प्रसिद्ध कुमैंटेटर जसदेव सिंह के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उनके निधन को टी.वी. और रेडियो के कुमैंटरी क्षेत्र और विशेषत: खेल के क्षेत्र को बड़ा घाटा करार दिया। श्री जसदेव सिंह 87 वर्षों के थे। खेल मंत्री ने श्री जसदेव सिंह को याद करते हुए कहा कि उनके द्वारा खेल को दिये गये योगदान को भुलाया नहीं जा सकता जिनकी आवाज़ में ही ऐसा जादू था कि पूरा देश खेल मुकाबलों का वर्णन सुनने के लिए रेडियो के आगे जुड़ कर बैठ जाता था। उन्होंने कहा कि श्री जसदेव सिंह ने 9वें ओलम्पिक खेलों समेत एशियाई खेलों और हॉकी विश्व कप मुकाबलों की कुमैंटरी की। राणा सोढी ने अपने खेल जीवन की यादें सांझा करते हुए कहा कि उनको याद है कि जब वह 1978 की एशियाई खेलों के निशानेबाज़ी मुकाबलों में हिस्सा ले रहे थे तो जसदेव सिंह की कुमैंटरी देश निवासियों को खेल मुकाबलों के साथ जोड़ रही थी। राणा सोढी ने कहा कि जसदेव सिंह द्वारा कई वर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय स्तर के समारोहों की कुमैंटरी की गई। भारत सरकार द्वारा उनको ‘पद्म भूषण’ और ‘पद्म श्री’ पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। खेल मंत्री ने दिवंगत आत्मा की शान्ति के लिए अरदास करते हुए उनके पीछे रहे परिवार को ईश्वरीय आदेश मानने का हौंसला प्रदान करने की अरदास भी की।
