इस्लामाबाद, भारत और पाकिस्तान सिंधु जल संधि के विविध पहलुओं पर बुधवार से लाहौर में चर्चा करेंगे। इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों के बीच पहली बार किसी मसले पर कोई द्विपक्षीय वार्ता होने जा रही है। डॉन अखबार में एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि भारत के सिंधु जल आयुक्त पीके सक्सेना अपने पाकिस्तानी समकक्ष सैयद मेहर अली शाह के साथ दो दिवसीय वार्ता करेंगे। भारत-पाकिस्तान के स्थायी सिंधु आयोग की पिछली बैठक बीते मार्च में नई दिल्ली में हुई थी।
इस दौरान दोनों पक्षों ने 1960 में हुई सिंधु जल संधि के तहत जल बहाव और इस्तेमाल होने वाले पानी की मात्रा का ब्योरा साझा किया था। गत 18 अगस्त को इमरान के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच यह पहली आधिकारिक वार्ता होगी। हाल में इमरान को लिखे पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच अच्छे पड़ोसियों जैसे संबंध बनाने का भारत का संकल्प व्यक्त किया था। अखबार के अनुसार, वार्ता के दौरान पाकिस्तानी पक्ष भारत के दो बांधों और पनबिजली परियोजनाओं पर अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकता है। इन पनबिजली परियोजनाओं पर जम्मू-कश्मीर में काम चल रहा है। पाकिस्तान सिंधु जल संधि पर मध्यस्थता करने वाले विश्व बैंक के समक्ष भी यह मसला उठा चुका है।
