वाशिंगटन अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिका और चीन के बीच एक ओर जहां ट्रेड वॉर चल रही है। वहीं दूसरी ओर चीन की सेना बॉर्डर पर अमेरिका से टक्कर लेने के लिए खुद को मजबूत करने में जुटी हुई है। पेंटागन द्वारा जारी नई रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि बीजिंग लंबी दूरी के बमवर्षक और हमलों के लिए संभावित प्रशिक्षण निकट भविष्य में वाशिंगटन, डीसी और उसके सहयोगियों के खिलाफ विकसित कर रहा है।गुरुवार को प्रकाशित रिपोर्ट में इस ओर भी ध्यान आकर्षित कराया गया है कि चीन अपने रक्षा क्षेत्र में भारी निवेश करके अपने वैश्विक प्रभाव को बढ़ाने के प्रयास कर रहा है। रिपोर्ट से पता चलता है कि देश ने पिछले साल ही सेना पर 190 अरब डॉलर की भारी राशि खर्च की है।रिपोर्ट में कहा गया है, ‘पिछले तीन सालों में, पीएलए ने अपने ओवरवाटर बॉम्बर ऑपरेटिंग एरिया का विस्तार किया है और महत्वपूर्ण समुद्री क्षेत्रों में अनुभव हासिल कर रहा है। इसका मकसद अमेरिका और उसके सहयोगियों के खिलाफ संभावित हमलों के लिए प्रशिक्षण विकसित कर रहा है।’ चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) लगातार खुद को मजबूत करने में जुटी हुई है और ये काम बड़ी तेजी से हा रहा है।इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन परमाणु क्षमता वाले लंबी दूरी वाले बॉम्बर्स का निर्माण भी कर रहा है और चीनी वायुसेना को परमाणु मिशन फिर से सौंपा गया है।