100 फीसदी वोटिंग के लिए वोटर जागरूकता क्लबों की भूमिका को अहम बताया
चंडीगढ़,
राज्य के लोगों को भय मुक्त, लालच मुक्त और निष्पक्षता से वोटिंग करने हेतु वोटर जागरूकता क्लब अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसके अंतर्गत राज्य के दसवीं कक्षा से ऊपर के 15 लाख विद्यार्थियों को चुनाव प्रक्रिया संबंधी जागरूक किया जायेगा। यहां आज वोटर जागरूकता क्लब संबंधी स्टेट स्तर मास्टर ट्रेनरज़ की मीटिंग को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी, पंजाब डा. एस. करुणा राजू ने कहा कि इन क्लबों के द्वारा सबसे पहले सरकारी और निजी स्कूलों, सरकारी और निजी कालेजों, नर्सिंग कालेजों, आई.टी.आईज़ और यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को वोटिंग की महत्ता से अवगत करवाते हुए यह बताना चाहिए कि नैतिक वोटिंग के साथ देश कैसे और ज़्यादा तरक्की कर सकता है। डा. राजू ने कहा कि चाहे 18 वर्ष आयु में हरेक भारतीय नागरिक वोटर के तौर पर अपना नाम दर्ज करवा सकता है परन्तु वोटर बनने से पहले वह लोगों को और अपने माँ-बाप सहित घर के अन्य बड़ों को जागरूक कर सकते हैं। इससे जिन मुद्दों को वर्तमान समय में महत्त्व नहीं दिया जा रहा है, उनको चुनाव लडऩे के इच्छुक लोगों द्वारा पूरा महत्त्व दिया जायेगा क्योंकि इन मामलों पर भावी वोटर जहाँ रोज़ आपसी बात करेंगे, वहीं अपने माँ बाप के साथ भी बात करके उनको भी इन मुद्दों संबंधी आवाज़ उठाने के लिए कहेंगे, जिससे लोकतंत्र में हाँ समर्थकी तबदीलियाँ आएंगी। उन्होंने कहा कि हरेक शैक्षणिक संस्थान में सुबह की सभा के समय विद्यार्थियों को वोट के अधिकार की हमीयत और इसके प्रयोग से होने वाले लाभ और प्रयोग न करने से देश को होने वाले नुक्सान से अवगत करवाया जाना चाहिए। डा. राजू ने कहा कि देश में मतदान करवाने पर बहुत बड़ी राशि ख़र्च होती है और वोटर जागरूकता क्लबों के द्वारा हम वोटरों को यह बात समझा सकते हैं कि बिना लालच के वोट करने संबंधी लोगों को जागरूक कर सकते हैं जिससे वह अपने वोट के द्वारा सरकार के कामकाज संबंधी अपना फ़ैसला के सकें। इसके इलावा वोटर जागरूकता क्लब नैतिक और 100 प्रतिशत वोटिंग संबंधी लक्ष्य को हासिल करने में मददगार साबित हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस समय राज्य में 1992 वोटर जागरूकता क्लब काम कर रहे हैं और इन क्लबों की संख्या बड़ा कर 5000 करने का लक्ष्य है।