मंडी

प्रदेश सरकार शहीद सैनिकों व उनके आश्रितों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध:- महेंद्र सिंह ठाकुर

 जिला स्तरीय कारगिल विजय दिवस पर सम्मानित किए शहीदों के परिजन

मण्डी, – कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में जिला स्तरीय समारोह का आयोजन यहां मंडी के सेरी मंच पर किया गया जिसमें सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, बागवानी एवं सैनिक कल्याण मंत्री श्री महेंद्र सिंह ठाकुर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हु्ए। बहुद्देशीय परियोजनाएं, ऊर्जा एवं गैर पारंपरिक ऊर्जा मंत्री श्री अनिल शर्मा, सांसद श्री रामस्वरूप शर्मा सहित जिला से संबंधित विधायक व शहीदों के परिजन भी इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित रहे। सर्वप्रथम उन्होंने सेरी स्थित कारगलि शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र भेंट कर मंडी जिला के 12 वीर शहीदों कैप्टन दीपक गुलेरिया, नायक अशोक कुमार, ग्रेनेडियर पूर्णचंद, नायक मेहर सिंह, सिपाही टेक सिंह, नायक सरवण कुमार, ग्रेनेडियर नरेश कुमार, नायब सूबेदार खेमचंद, हवलदार कृष्णचंद, हवलदार गुरदास सिंह, सिपाही राजेश चैहान व सिपाही हीरा सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए। पुलिस जवानों ने सलामी के उपरांत शोक शस्त्र का प्रदर्शन किया और दो मिनट का मौन रखकर सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए श्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि हम कारगिल युद्ध के उन वीर शहीदों जिन्होंने देश की अखंडता व सम्मान की रक्षा हेतु अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए, अपने प्राण न्यौछावर किए हैं, उनकी पुनीत स्मृति एवं शौर्य को नमन करते हैं। उन्होंने शपथ दिलवाई कि देश के गौरवमय इतिहास की रक्षा हेतु हम सभी पूर्ण रूप से समर्पित रहेंगे। उन्होंने मंडी से शहीद हुए जवानों के बलिदान व उनके परिजनों के त्याग की सराहना करते हुए कहा कि हजारों मील दूर सीमा पर तैनात सैनिक का एक ही लक्ष्य राष्ट्र की रक्षा करना होता है। कारगिल के अघोषित युद्ध में हमारे 553 जवानों ने शहादत पाई जिनमें से 54 जवान हिमाचल से थे और उनमें 12 वीर सैनिक मंडी जिला से संबंध रखते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सैनिकों व उनके आश्रितों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्तासीन होने के छह माह के भीतर मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों व शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। शहीद सैनिकों के परिजनों को मिलने वाली राशि पांच लाख रुपए से बढाकर 20 लाख रुपए की गयी है। सेना में शहीदों के आश्रितों को करूणामूलक आधार पर मिलने वाले रोजगार की तर्ज पर अब यह लाभ अर्द्धसैनिक बलों में हिमाचली शहीदों के आश्रितों के भी देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों को अनुमोदित सैन्य सेवा के लिए मिलने वाले वित्तीय लाभ भी बहाल किए हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वन रैंक वन पेंशन की बहाली की है। इससे पूर्व तत्कालीन अटल बिहारी वाजपेयी की केंद्रीय सरकार ने शहीदों के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेट कर उनके गृह क्षेत्र में शहीद की स-सम्मान अंत्येष्टि की पहल की थी। उन्होंने कहा कि सैनिकों व उनके आश्रितों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार के माध्यम से एक योजना विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक जिला में युवाओं के लिए अकादमी खोलने पर विचार कर रही है ताकि युवाओं को सेना व अर्द्ध सैन्य बलों में भर्ती के लिए प्रशिक्षित किया जा सके। उन्हें शारीरिक व बौद्धिक प्रशिक्षण प्रदान करने के दृष्टिगत सभी जिलों में कोचिंग सेंटर भी स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मंडी में शहीद पार्क के निर्माण के लिए लगभग 44 लाख रुपए का प्राक्कलन तैयार किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी वर्गों के समग्र विकास के लिए संकल्पद्ध है और छह माह के कार्यकाल में बागवानी, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, पर्यटन सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के लिए केंद्र सरकार से करोड़ों रुपए की परियोजनाएं स्वीकृत करवाई हैं। उन्होंने कहा कि वर्षा जल संग्रहण के लिए केंद्र से एक परियोजना स्वीकृत की गयी है जिसके प्रथम चरण में लगभग 708 करोड़ रुपए मंडी, बिलासपुर व हमीरपुर जिला में व्यय किए जाएंगे। मंडी जिला में उत्तर भारत का सबसे बड़ा मशरूम प्लांट स्थापित करने पर लगभग 423 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे।
सांसद श्री रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि आज का विजय दिवस शहीदों को नमन करने का दिन है। उन्होंने प्रदेश स्तर से लेकर जिला, उपमंडल व खंड स्तर तक कारगिल विजय दिवस के आयोजन का निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर व मंत्रिमंडल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इन्हीं वीर सैनिकों के कारण हम देशवासी आजादी की सांस ले पा रहे हैं और उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर के प्रयासों से मंडी स्थित कारगिल शहीद स्मारक के लिए 20 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गयी है और प्राक्कलन अनुसार शेष राशि की भी शीघ्र व्यवस्था कर दी जाएगी। उन्होंने जिला प्रशासन व संबंधित विभाग से इस कार्य को गति प्रदान करने का भी आग्रह किया।
पूर्व सैनिक लीग की ओर से प्रेस सचिव कैप्टन (रि.) हेतराम शर्मा ने सभी का स्वागत किया जबकि कर्नल (रि.) के.के. मल्होत्रा ने भी शहीदों को याद करते हुए अपनी बात रखी। उन्होंने शहीदों के आश्रितों व पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और अनेक सुझाव भी दिए। इससे पूर्व उपायुक्त श्री ऋग्वेद ठाकुर ने मुख्य अतिथि सहित सभी को सम्मानित किया। इस अवसर पर नाचन से विधायक श्री विनोद कुमार, करसोग से श्री हीरा लाल, द्रंग से श्री जवाहर ठाकुर, बल्ह से श्री इंद्र सिंह गांधी व जोगेंद्रनगर से श्री प्रकाश राणा, नगर परिषद मंडी के उपाध्यक्ष व पार्षद, पुलिस अधीक्षक गुरदेव चंद शर्मा सहित भूतपूर्व सैनिक, वीर नारियां, हिमाचल डिफेंस वुमन वेलफेयर एसोसिएशन मंडी की सदस्य व विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। डिफेंस वुमन वेलफेयर एसोसिएशन मण्डी जिला शिक्षा प्रशिक्षण केंद्र मंडी व राजकीय महाविद्यालय मंडी के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति से परिपूर्ण समूहगान प्रस्तुत किए।
इनसेटः
शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
कारगिल विजय दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम के दौरान मंडी जिला से संबंध रखने वाले जवानों के परिजनों को सम्मानित किया गया। इनमें नायक सरवन कुमार की धर्मपत्नी कांता देवी, ग्रेनेडियर नरेश कुमार की माता सत्या देवी, नायब सूबेदार खेमचंद की पत्नी प्रोमिला देवी, हवलदार कृष्ण चंद की पत्नी धनी देवी, हवलदार गुरदास सिंह की पत्नी सीता देवी, सिपाही हीरा सिंह की माता निर्मला देवी तथा नायक मेहर सिंह की पत्नी राजो देवी सम्मिलित हैं।

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