देशभर में गुरुवार को सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों के बीच ख़ासा उत्साह देखा गया. लोगों ने सुबह सबेरे से ही इस सूर्यग्रहण को देखा. लोगों को इसमें रिंग ऑफ फायर देखने को मिला. देश के दक्षिणी हिस्सों में लोगों को यह दुर्लभ दृश्य देखने को मिला.देश की बात करें तो विभिन्न हिस्सों में सूर्यग्रहण का नजारा दिखा. हालांकि दिल्ली में आसमान में बादल छाए रहने के कारण सूर्य ग्रहण नहीं देखा जा सका. दिल्ली में पीएम मोदी भी सूर्य ग्रहण नहीं देख सके लेकिन उन्होंने कोझिकोड और अन्य हिस्सों से लाइव स्ट्रीम के जरिए इसकी झलक देखी. प्रधानमंत्री ने अपनी कुछ तस्वीरें भी पोस्ट कीं, जिनमें वे सूर्य को देखने की कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं. पीएम ने ट्वीट किया, ”कई भारतीयों की तरह मैं भी सूर्य ग्रहण देखने के लिए उत्सुक था. दुर्भाग्यवश, बादल छाये होने के कारण मैं सूर्य ग्रहण नहीं देख सका लेकिन मैंने लाइव स्ट्रीम के जरिए कोझिकोड और अन्य हिस्सों में सूर्य ग्रहण की झलक देखीं.” प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने विशेषज्ञों से बात कर इस विषय पर अपना ज्ञानवर्धन किया.दिल्लीवासी कोहरे के कारण सूर्य ग्रहण का नजारा भले ही नहीं देख पाए, लेकिन देश के दक्षिणी हिस्सों में लोगों को यह दुर्लभ दृश्य देखने को मिला. सुबह करीब 8 बजे शुरू हुआ ग्रहण 11 बजे तक रहा. तमाम राज्यों में बच्चों और बुजुर्गों समेत हजारों लोगों ने सुबह साल का आखिरी सूर्य ग्रहण देखा.यह दुर्लभ दृश्य सबसे पहले कासरगोड के चेरुवतूर में देखने को मिला और इसके बाद यह कोझिकोड और कन्नूर में भी दिखाई दिया. तमिलनाडु में विभिन्न स्थानों पर सूर्य ग्रहण देखने को मिला और सैकड़ों लोगों ने यह नजारा देखा. धार्मिक मान्यता के कारण सूर्य ग्रहण के दौरान राज्य में कई मंदिर बंद रहे. ओडिशा, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र सहित कई हिस्सों में भी सूर्य ग्रहण देखा गया.इस सूर्य ग्रहण का काफी धर्मिक महत्व भी था. सूर्य ग्रहण के बाद तमाम पवित्र नदियों और सरोवरों में लोगों ने स्नान किया.