चंडीगढ़ – पंजाब एनर्जी डिवैल्पमैंट एजंसी (पेडा) द्वारा नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा कुशलता को उत्साहित करने हेतु एक प्रयास करते हुए पेडा सोलर पैसिव कंपलैक्स, चण्डीगढ़ में वर्कशाप-कम-प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।पेडा के मुख्य कार्यपालक अफ़सर श्री नवजोत पाल सिंह रंधावा ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया जिसमें अलग अलग उत्पादकोंं और विके्रताओं ने इन्सूलेशन, एएसी ब्लॉक्स, एच.वी.ए.सी, गिलास, लाईटिंग, सोलर पीवी और गर्म पानी, इलैक्ट्रिकल सिस्टम और आटोमेशन जैसे ऊर्जा कुशल बिल्डिंग मटीरियल प्रदर्शित किये। इस दौरान देशभर से आए 60 से भी अधिक उत्पादकों ने सभ्य बिजली उपभोग करने वाले उपकरण और निर्माण सामग्रीयांं प्रदर्शित कीं।इस अवसर पर अपने उद्घाटनी भाषण के दौरान पेडा के मुख्य कार्यपाल अफ़सर ने साफ़ और वातावरण समर्थकी ऊर्जा अपनाने के लिए अपील की और साथ ही बढिय़ा किस्म के कम बिजली उपभोग करने वाले उपकरणों का प्रयोग करके बिजली बचाने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि नयी इमारतों में पंजाब एनर्जी कंजरवेशन बिल्डिंग कोड (ई.सी.बी.सी) को अपनाकर 30-40 फीसदी ऊर्जा बचायी जा सकती है और मौजूदा इमारतों में कम बिजली उपभोग वाली प्रणाली अपनाकर 10-15 फीसदी ऊर्जा को बचाया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि नवीकरणीय ऊर्जा प्रणाली से सभ्यक ऊर्जा विधियां इस्तेमाल करके बहुत बिजली बच सकती है जिससे ऊर्जा सामथ्र्य में विस्तार होगा और साथ ही वातावरण को दूषित करने वाली हानिकारक ग्रीन हाऊस गैस (जीएचजी) से बचाया जा सकेगा।उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा सम्बन्धी नयी तकनीकों और विचारों का पेडा स्वागत करता है और बिजली बचाने के लिए नये विचारों पर आधारित उपकरण और सेवाओं को प्रफुल्लित करने के लिए पेडा द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जायेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब में ईसीबीसी को लागू करने के लिए पेडा कार्य क्षमता बढ़ाने वाले प्रोग्राम आयोजित करवा कर और पेडा कार्यालय में तैयार हुए ईसीबीसी सैल्ल के इंटरऐक्टिव सैशन के द्वारा सभी सहयोगीयों को सुविधाएं प्रदान करवा रहा है। पंजाब ईसीबीसी के लिए सभ्य ऊर्जा सामग्री और इसके प्रयोग सम्बन्धी 1200 प्राईवेट /सरकारी आर्कीटक्टों, इंजीनियरों और बिल्डरों को जागरूक किया जा चुका है।ब्यूरो ऑफ एनर्जी ऐफीशैंसी के सीनियर प्रोजैक्ट अफ़सर श्रीमती मीनल आनंद ने व्यापारिक और रिहायशी इमारतों में ईसीबीसी के लाभों सम्बन्धी जानकारी दी।श्री एम.पी सिंह, डीजीएम, पेडा ने इस वर्कशाप-कम-प्रदर्शनी में ऊर्जा कुशल यंत्रों और सामग्री प्रदर्शित करने वालों का स्वागत किया।इस अवसर पर जी.आर.आई.एच.ए, आईजीबीसी, ऐलईईडी, यूजीबीसी और जीईएम से आए नुमायंदों ने ग्रीन रेटिंग बिल्डिंग्ज के निर्माण सम्बन्धी प्रस्तुतीयां भी दीं। नयी इमारतों के निर्माण के लिए पुराने परंपरागत साजो-समान के मुकाबले उनके द्वारा सुझाए गए सामान का तुलनात्मक कीमत अध्ययन भी पेश किया गया।