नई दिल्ली – देश के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक ने इस साल दूसरी बार एफडी पर अपनी ब्याज दरों में बदलाव किया है। बैंक ने 9 मई 2019 से कुछ मैच्योरिटीज पर ब्याज दर में बदलाव किया है। एसबीआई की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, जो मैच्योरिटीज 1 साल से 2 साल के बीच की है, उन पर ब्याज दर को 6.8 फीसद से बढ़ाकर 7 फीसद कर दिया गया है। लेकिन, अन्य कई मैच्योरिटीज पर ब्याज दर कम की गई है।दो साल से तीन साल के बीच की एफडी पर एसबीआई ने ब्याज दर घटाकर 6.8 फीसद से 6.75 फीसद कर दी है। वहीं 3 साल से लेकर 5 साल के बीच के डिपॉजिट्स पर ब्याज दर में मामूली कमी की गई है जिसके बाद ब्याज दर 6.8 फीसद से घटकर 6.70 फीसद रह गई है। 5 से 10 साल के बीच के डिपॉजिट्स पर भी ब्याज दर को 6.85 फीसद से कम करके 6.60 फीसद कर दिया गया है। वहीं 7 दिनों से लेकर 1 साल के बीच की एफडी पर ब्याज की दर बैंक द्वारा अपरिवर्तित ही रखी गई है। साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को अपने डिपॉजिट्स पर मिलने वाली 0.5 फीसद की अतिरिक्त ब्याज दर पूर्व की तरह ही मिलती रहेगी।गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में ही SBI ने अपने सभी कर्ज लेने वालों के लिए फंड आधारित ब्याज दर की सीमांत लागत को 5 आधार अंकों तक कम कर दिया था। इससे होम लोन की ब्याज दर में कमी आई। बता दें कि, एक लाख से अधिक की सीमा वाले एसबीआई के सभी जमा खाते और ओवरड्राफ्ट आरबीआई की बेंचमार्क नीति से जुड़ गए हैं।