सुख-सुविधाओं के अभाव के बावजूद जोश और जज़्बे से भरे दिल्ली के 140
स्कूली बच्चों ने पांच दिवसीय बास्केटबॉल ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा
लिया. लैंगिंक समानता की मुख्य थीम को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम में
70 प्रतिशत लड़कियां हिस्सा ले रही हैं.
सुविधाओं के अभाव के
बावजूद इन बच्चों में जोश और जुनून की कोई कमी नज़र नहीं आती. दिल्ली के
स्कूलों के 140 बच्चों ने ‘Hoops Creating Hope’ नाम के बास्केटबॉल
ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लिया. उद्घाटन समारोह की शुरुआत अमर ज्योति
स्कूल के छात्रों के मार्च से हुई. लैंगिक समानता की ओवरऑल थीम को ध्यान
में रखते हुए प्रतिभागियों में 70 प्रतिशत लड़कियां शामिल रहीं. ग्यारहवीं
के छात्र कार्तिकेय गोयल द्वारा शुरू किया गया ये कार्यक्रम दिव्यांग
छात्रों के बीच भी काफी लोकप्रिय रहा.
मशहूर बास्केटबॉल खिलाड़ी एलेना बेयर्ड भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों के साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लेते नज़र आईं.
ये
देखकर भी अच्छा लगा कि भारत के 25 बास्केटबॉल कोच ने ‘Coaches Clinic’ में
हिस्सा लेने के लिए वालंटियर किया है. इसके बाद ये अपने-अपने शहर में
अंतरराष्ट्रीय स्तर की कोचिंग दे पाएंगे.
