चंडीगढ़ – पंजाब राज्य में मेहनत मज़दूरी करने के लिए आए हुए मज़दूरों की वोटें बनाने को यकीनी बनाने के लिए पंजाब राज्य के श्रम विभाग द्वारा हरेक जिले में नोडल अधिकारी लगाने का फ़ैसला लिया गया है। मुख्य चुनाव अधिकारी पंजाब डा. एस. करुणा राजू और श्री आर. वंकटरथनम प्रमुख सचिव श्रम के नेतृत्व में राज्य समूह सहायक श्रम कमिशनर और श्रम एवं सुलह अधिकारी की मीटिंग की गई।मीटिंग को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव अधिकारी पंजाब डा. एस. करुणा राजू ने कहा कि लोकतंत्र में हरेक व्यक्ति की भूमिका है इसलिए हरेक योग्य व्यक्ति की वोट बनानी बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य में प्रवासी मज़दूरों की बड़ी संख्या है और इनमें से ज़्यादातर प्रवासियों की वोटें नहीं बनीं और यह लोग पंजाब राज्य में लम्बे समय से रह रहे हैं। इसलिए यह ज़रूरी बन जाता है कि इनकी भी वोट प्रक्रिया में भागीदारी हो सके।उन्होंने कहा पंजाब राज्य में ज़्यादातर प्रवासी मज़दूर निर्माण के क्षेत्र, औद्योगिक इकाईयों और भठ्ठों पर काम करते हैं। इनमें से ज़्यादातर प्रवासी मज़दूर अपने बच्चों के साथ रहते हैं और उनकी भी वोटें नहीं बनी हुई।डा. राजू ने कहा कि जब वह राज्य में मज़दूरी करने आते हैं तो उनकी अपने राज्य में वोटर के तौर पर नाम दर्ज करवाने के लिए तय सीमा से उम्र कम होती है इस तरह उनकी वोट न तो उनके गृह राज्य में नहीं बनती है और न ही पंजाब राज्य में बनती है। उन्होंने इस मौके पर फार्म-6, फार्म-7 और अन्य फार्मों संबंधी विस्तृत जानकारी दी और सी वीजिल ऐप संबंधी भी अवगत करवाया। श्री आर. वैंकटरथनम प्रमुख सचिव श्रम ने कहा कि प्रवासी मज़दूरों की वोटें बनाने के लिए उनका विभाग ने अपने जिले स्तर के अधिकारियों को नोडलअधिकारी नियुक्त करने का फ़ैसला लिया और कहा कि इस बाबत जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया जायेगा।इस मौके पर श्रम कमिशनर पंजाब विमल सेतिया और गुरप्रीत सिंह अटवाल पी.सी.एस. उपस्थित थे।
