यह नीति रुके हुए औद्योगिक निवेश और मौजूदा उद्योगों के पुनर्जीवन के लिए और अधिक सहायक साबित होगी
चंडीगढ़
– पंजाब सरकार प्रोमोटड और कजऱ्दार कंपनियों के उद्यमियों को एक मुश्त
निपटारा (वन टाईम सैटेलमैंट) नीति -2018 के ज़रिये पंजाब राज्य औद्योगिक
विकास कार्पोरेशन लिमिटेड (पी.एस.आई.डी.सी.) और पंजाब वित्त कार्पोरेशन
(पी.एफ.सी.) के साथ अपने बकाए के निपटारे के लिए आखिऱी बार एक विलक्षण मौका
प्रदान कर रही है। यह नीति 5 मार्च, 2019 तक खुली है और इससे आगे इसकी
मियाद नहीं बढ़ाई जायेगी। यह जानकारी उद्योग और वाणिज्य मंत्री, पंजाब श्री
सुन्दर शाम अरोड़ा ने दी।श्री अरोड़ा ने कहा कि पी.एस.आई.डी.सी. को
3609.25 लाख रुपए के 3 प्रस्ताव ईक्युटी के लिए और 1703.55 लाख रुपए के 6
प्रस्ताव लोन के लिए ओ.टी.एस. पॉलिसी के अंतर्गत प्राप्त हुए हैं। इसी तरह
पी.एफ.सी. को ओ.टी.एस. पॉलिसी के अंतर्गत लोन के लिए 42 प्रस्ताव मिले हैं,
जो 709.42 लाख रुपए के हैं। उद्योग और वाणिज्य मंत्री ने कहा कि यह नीति
रुके हुए औद्योगिक निवेश और ऐसेट्स को जारी करने में सहायक साबित होगी
जिससे इनके उपयुक्त प्रयोग से पंजाब में मौजूदा उद्योगों को पुनर्जीवित
किया जा सके। इससे इन निगमों की मुकद्मेबाज़ी घटाने और इनकी विकास
गतिविधियों के लिए राजस्व पैदा करने में भी मदद मिलेगी।श्री अरोड़ा ने आगे
बताया कि पी.एस.आई.डी.सी. और पी.एफ.सी. द्वारा फाईनांस्ड कुछ कंपनियों की
हालत नाजुक हो चुकी है और बंद हो रही हैं। कार्पोरेशनों द्वारा एस.एफ.सीज़
एक्ट, 1951 / एस.ए.आर.एफ.ए.ई.एस.आई. एक्ट, 2002 के सैक्शन 29 के अंतर्गत इन
कंपनियों के ऐसेट्स टेक ओवर कर लिए गए हैं। दोनों कार्पोरेशनें डिफॉल्टिंग
ईकायों के केस में पुड्डा वैबसाईट के ज़रिये प्रोपर्टीज़ के ई-ऑकशन संबंधी
विचार कर रही हैं, चाहे उनके द्वारा रुचि दिखाई गई हो, ओ.टी.एस. पॉलिसी के
अंतर्गत बकाए के निपटारे के मौके का लाभ न लिया गया हो। इसी तरह की कुछ
कंपनियाँ जिनकी ई -ऑकशन की जानी है उनमें मैसर्ज अस्टैक्स वूलन मिल्ज
लिमिटेड, मैसर्ज किसान दूध उद्योग लिमिटेड, मैसर्ज रिचरच स्पाईस एंड ऑयल
लिमिटेड, मैसर्ज सैल्यूलोसिक्स (पी) लिमिटेड, मैसर्ज पंजाब फाइटो कैमीकल्स
लिमिटेड, कृष्णा इंजीनियरिंग वर्कस लिमिटेड, फॉच्र्यून ड्रग्ज़ लिमिटेड और
पी.एफ.सी. से सम्बन्धित मैसर्ज नीतू कलर लैब प्राईवेट लिमिटेड, मैसर्ज़
क्लासिक फैब्रिक्स लिमिटेड और मैसर्ज मॉडर्न एग्रो नट्स आदि शामिल हैं।
