संसद के बजट सत्र में मंगलवार को दिनभर पश्चिम बंगाल में सीबीआई और
पुलिस के बीच गतिरोध के मुद्दे पर दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ. लोकसभा
में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हुई लेकिन राज्यसभा में कोई ख़ास
वैधानिक कार्य नहीं हो सका. अब देखना होगा कि विपक्ष के लिए क्या देशहित या
जनहित से उपर है राजनीति.
पश्चिम बंगाल में सीबीआई और पुलिस के बीच
गतिरोध के मुद्दे पर मंगलवार को भी संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा
हुआ. दोनों सदनों की कार्यवाही तृणमूल कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के
हंगामे के चलते कई बार स्थगित हुई. लोकसभा में हंगामे के बीच थोड़ी देर
प्रश्नकाल चला. इस बीच लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने हंगामा कर रहे
सांसदों को नसीहत भी दी.
राज्यसभा में भी संसदीय कार्यमंत्री विजय
गोयल ने हंगामा कर रहे सांसदों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सदन में
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होनी चाहिए.
इस
बीच दोपहर दो बजे के बाद लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा शुरू
की गई. बीजेपी की तरफ से सांसद हुकुमदेव नारायण यादव ने चर्चा की शुरुआत
की. चर्चा के दौरान सीबीआई और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच हाल के विवाद के
मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया. इस बीच सदन
में चर्चा जारी रही और कई दलों के सांसदों ने भी इसमें हिस्सा लिया.
सत्ता
पक्ष की कोशिश है कि दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद
प्रस्ताव पर चर्चा पूरी हो, जिससे अंतरिम बजट पर सदन में चर्चा जल्द से
जल्द हो सके. ऐसे में देखना होगा कि सीबीआई को लेकर जिस तरह का सत्ता और
विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिल रहा है क्या सरकार मौजूदा सत्र में कुछ
अहम विधेयकों को भी पारित कराने में सफल होगी.
