खेलों इंडिया यूथ गेम्स का रविवार को पुणे में समापन समारोह आयोजित हुआ.
9 जनवरी से शुरू हुए इन खेलों में महाराष्ट्र 227 पदक के साथ शीर्ष पर रहा
जबकि वहीं 178 पदक के साथ दूसरे और दिल्ली 136 पदक के साथ तीसरे स्थान पर
रही. समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास
मंत्री प्रकाश जावड़ेकर मौजूद रहे, जिन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि
अब से हर स्कूल में 1 घंटा खेल के लिए रहेगा.
देश में खेल क्रांति
की युवा तस्वीर को बेहतरीन ढंग से पेश करने वाला खेलो इंडिया कार्यक्रम का
दूसरा संस्करण खेलो इंडिया यूथ गेम्स रविवार को संपन्न हो गया. 9 जनवरी से
शुरू हुए खेल के इस महाकुंभ में महाराष्ट्र का दबदबा देखने को मिला जो 85
स्वर्ण पदक के साथ कुल 227 पदक जीत पहले स्थान पर रहा. समापन समारोह में
मुख्य अतिथि के तौर पर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद
रहे, जिन्होने देश में खेलों को बढ़ावा देने की दिशा में निर्णय लिया कि अब
से हर स्कूल में 1 घंटा खेल के लिए समय निकाला जाएगा.
खेलो इंडिया
यूथ गेम्स में कई युवा प्रतिभाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया, तो वहीं
दूसरी ओर भारोत्तोलन में 55 राष्ट्रीय रिकॉर्ड बने, जो अपने आप में
ऐतिहासिक रहा. वहीं कर्नाटक के तैराक श्रीहरि नटराज ने अपनी तैराकी से
राष्ट्रीय स्तर पर अपने नाम की जो धूम मचाई वो उनके टैलेंट को सात स्वर्ण
के साथ सामने रख गई. बड़ी बात ये रही कि बेहद छोटे केंद्र शासित प्रदेश दमन
और दीव से भी खिलाड़ियों ने 3 कांस्य पदक अपने नाम किए.
कुल मिलाकर
यहां से निकली प्रतिभाओं ने साबित कर दिया कि उनके लिए ये मंच
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलने का बड़ा मौका है, जिसमें लगातार आगे बढ़कर
ओलिंपिक पोडियम पर पहुंचने की ख़्वाइश को पूरा किया जा सकता है.
