ऑडीयो विजुअल्स और प्रेरणात्मक फिल्में दर्शकों को देशभक्ति के रंग के साथ करेंगी मंत्रमुग्ध
चंडीगढ़ – कल से शुरू होने वाले मिलिट्री लिट्रेचर फेस्टिवल के दूसरे संस्करण के दौरान लोगों, ख़ास तौर पर नौजवानों में देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए, ‘कलेरियन कॉल थिएटर’ द्वारा फिल्मों, ऑडियो विज़ुअल्स, साहसिक कारनामों और नौसेना की कार्यवाहियों सम्बन्धी प्रस्तुतियां पेश की जाएंगी। ‘कलेरियन कॉल थियेटर’ के टीम लीडर कर्नल (रिटायर्ड) अवनीश शर्मा के अनुसार दर्शक का भरपूर मनोरंजन करने के लिए मिनी ऑडीटोरियम में अति आधुनिक साउंड सिस्टम और एच.डी. सक्रीनों के माध्यम से दिलचस्प फि़ल्म और प्रस्तुतियां पेश की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस साल आयोजित एम.एल.एफ में इस थिएटर को विशेष तौर पर शामिल किया गया है। यह थिएटर, लेक क्लब में फूड कोर्ट के पास स्थित है, जहाँ लोग सेना की युद्ध कला सम्बन्धी अपने ज्ञान को बढ़ा सकेंगे और इसका आनंद भी ले सकेंगे।
उन्होंने कहा कि इन फिल्मों, ऑडियो-विजुअल्स और प्रस्तुतियों को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक देखा जा सकता है। इस थियेटर का नाम ‘कलेरियन कॉल’ जंग के बुलावे का संकेत देता है और इसकी विशेषता यह है कि यहाँ प्रदर्शित किये जाने वाले सभी प्रोग्राम ऑडियो-वीडियो पर आधारित होंगे। इस थियेटर में दर्शक जंगों, इतिहास, किताबों, फिल्मों, क्लिपों, वीडीयोज़ और जंगों से संबंधित झलकों का आनंद ले सकते हैं। इस इवेंट के दूसरे दिन, सव. ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी (महावीर चक्र) को श्रद्धांजलि के तौर पर उनके पुत्र हरदीप चांदपुरी की हाजिऱी में लोंगेवाल की प्रसिद्ध जंग सम्बन्धी प्रस्तुति दी जायेगी। सारागड़ी (मुभर बहादुर सिखों की साहस भरी गाथा) की लड़ाई को पुनर्जीवित करने के अलावा, खेमकरन (आसल उत्तर 1965 की सबसे बड़ी टैंकों की लड़ाई), लोंगेवाल (पाकिस्तानी टैंक हमले को ज़बरदस्त जवाब), बसंतर (पाकिस्तानी पैटर्न टैंकों को मिट्टी में मिलाया), डोगरायी (जाटों की कड़ी कार्यवाही), बाना टोप (सियाचिन ग्लेशियर में हुई जम्मू एंड कश्मीर लाईट इनफैंट्री की ज़बरदस्त लड़ाई), 1971 की नौसेना की लड़ाई और 2012 की ऑल-वूमन आर्मी एवरेस्ट अभियान की झलक और इस तरह के अन्य कई इवेंट इसका हिस्सा होंगे।
