मैग्नस कार्लसन ने दुनिया के दूसरे नंबर खिलाड़ी फाबियानो करूआना को हराकर विश्व शतरंज चैंपियनशिप 2018 का खिताब जीत लिया है। कार्लसन ने फाबियानो के खिलाफ तीन टाईब्रेकर जीतकर यह खिताब अपने नाम किया।
शतरंज की बिसात पर अपने नाम को एक और कामयाबी की दास्तान के साथ जोड़ते हुए विश्व नंबर एक मैग्नस कार्लसन एक बार फिर वर्ल्ड चैम्पियन बनकर सामने आए। हालांकि कार्लसन के लिए चैम्पियन बनना कतई आसान नहीं रहा लेकिन दिमागी कसरत के इस खेल में अपने आप को सर्वश्रेष्ठ तरीके से सामने रखने में कार्लसन अमेरिकी खिलाड़ी फाबियानो करूआना पर भारी पड़े।कार्लसन के लिए ये जीत कितनी कठिन रही इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तीन हफ्ते में 50 घंटे से अधिक के खेल के बाद शतरंज विश्व चैंपियनशिप के खिताब का फैसला टाईब्रेकर के ज़रिए निकाला गया। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच लगातार 12 बाज़ियां ड्रॉ रहीं। कार्लसन ने फाबियानो के खिलाफ तीन टाईब्रेकर जीतकर यह खिताब अपने नाम किया।
जीत के बाद मैग्नस कार्लसन ने कहा कि “एक शानदार टक्कर के लिए मैं अपने विरोधी को धन्यवाद देना चाहता हूं। उसने वाकई अपने आप को एक मज़बूत खिलाड़ी के तौर पर पेश किया। उसको हराना बेहद मुश्किल रहा,लेकिन हां जिस तरह से मैच ख़त्म हुआ उससे मैं बहुत खुश हूं,लेकिन मैं मानता हूं अभी हमने फाबियानों का अंतिम खेल नहीं देखा है।”
हालांकि फाबिआनो कैरूआना अपने खेल से संतुष्ट नज़र नहीं आए। उन्होंने कहा “हां आज अच्छा नहीं रहा।मैग्नस ने अच्छा खेल दिखाया,मुझे शुरूआत अच्छी नहीं मिली।ख़ासतौर पर दूसरा गेम।लेकिन हां मैने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दिखाया।मैग्नस ने अच्छा खेला।
चौथी बार विश्व शतरंज चैम्पियनशिप का ख़िताब जीतने वाले कार्लसन ने इस साल एक भी गेम गंवाए चैम्पियनशिप में ख़िताबी जीत हासिल की।पिछले आठ सालों से विश्व के शीर्ष खिलाड़ियों में शामिल कार्लसन ने तीसरी मर्तबा अपने विश्व ख़िताब का बचाव किया है।उन्होने पहली बार विश्व चैम्पियनशिप साल 2013 में जीती थी जब उन्होने भारतीय ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद को मात दी थी।
