श्रीलंका में नई सरकार और संसद में बने गतिरोध को दूर करने के लिए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक किसी समझौते पर पहुंचने में विफल रही हैं। रानिल विक्रमासिंघे और उनकी पार्टी ने राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद से तुरंत हटानी की मांग की।
श्रीलंका में पिछले कई दिनों से जारी राजनैतिक अस्थिरता का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. गतिरोध को खत्म करने के लिए नई सरकार और संसद में बने गतिरोध को दूर करने के लिए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई . इस बीच राष्ट्रपति ने आज फिर संसद की बैठक बुलाई है. इस बीच बर्खास्त राष्ट्रपति रनिल विक्रमसिंघे की पार्टी ने अपने पक्ष में बहुमत का दावा करते हुए नए प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को तुरंत बर्खास्त करने की मांग की है. गौरतलब है कि पिछले सप्ताह राजपक्षे लगातार तीन बार विश्वास मत में पराजित हो चुके हैं लेकिन व्यवस्थागत मुद्दे उठाकर राशट्रपति सिरिसेना ने विश्वासमत के परिणाम को मान्यता नही दी.