इस प्रतियोगिता की शुरूआत साल 2001 में हुई थी। प्रतियोगिता 15 नवंबर से 25 नवंबर तक चलेगी।
आईबा महिला विश्व मुक्केबाज़ी चैम्पियनशिप के मुकाबले आज से शुरू होंगे। करीब एक दशक बाद भारत प्रतियोगिता की मेज़बानी कर रहा है। कल इस चैम्पियनशिप का राजधानी दिल्ली में इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में रंगारंग आगाज़ हुआ। मुक्केबाजी का मजबूत देश माना जाने वाला स्कॉटलैंड भी पहली बार प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहा है। इसमें 70 से ज्यादा देशों के 300 से ज्यादा मुक्केबाज़ चैम्पियनशिप में हिस्सा लेंगे । रंगारंग तस्वीरों और अपनी पारंपरिक संस्कृति की झलक को दुनिया के सामने पेश करती ये तस्वीर आईबा महिला विश्व मुक्केबाज़ी चैम्पियनशिप के उद्घाटन समारोह की है।जहां महिला मुक्केबाज़ी का महांकुभ एक नई करवट लेने को तैयार है।ये प्रतियोगिता का दसवां संस्करण है जो इस बार दिल्ली में आयोजित हो रहा है।दिल्ली में इससे पहले साल 2006 में प्रतियोगिता आयोजित हुई थी।
इस बार मुक्केबाजी का मजबूत देश माना जाने वाला स्कॉटलैंड भी पहली बार हिस्सा ले रहा है। इससे पहले पांच परिसंघों के 102 राष्ट्र बीते नौ संस्करणों में हिस्सा ले चुके हैं। इस टूर्नामेंट की शुरुआत 2001 में हुई थी। भारत का इस चैंपियनशिप में 2006 में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा था, जब भारतीय महिला मुक्केबाजों ने 4 स्वर्ण, 1 रजत और 3 कांस्य सहित कुल 8 पदक जीते थे.विश्व चैंपियनशिप में छठा स्वर्ण पदक जीतने की कवायद में लगी मशहूर मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम से इस बार बड़ी उम्मीदें रहेंगी।
