वाशिंगटन – क्षुद्रग्रहों (एस्टेरॉयड) के अध्ययन पर निकला अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का अंतरिक्ष यान ‘डॉन’ रिटायर हो गया है। 11 साल के ऐतिहासिक मिशन के बाद ईंधन खत्म होने के कारण इसने काम करना बंद कर दिया। 31 अक्टूबर और एक नवंबर को यह यान नासा के डीप स्पेस नेटवर्क से संपर्क साधने में विफल रहा था। इसके बाद आधिकारिक रूप से यान को रिटायर मान लिया गया।
डॉन ने एस्टरॉयड बेल्ट के दो सबसे बड़े पिंडों वेस्टा और सेरेस पर अध्ययन किया था। दो दिन संपर्क नहीं होने के बाद वैज्ञानिकों ने सभी संभावित कारणों की पड़ताल की। पड़ताल के बाद वैज्ञानिकों ने यह पाया कि यान का ईंधन हाइड्राजीन खत्म हो गया है। यह ईंधन यान को अपने एंटीना नियंत्रित करने में मदद करता था। इसकी मदद से डॉन धरती पर संपर्क करने के लिए अपने एंटीना को नियंत्रित करता था। साथ ही सूर्य से रिचार्ज होने के लिए अपने सौर पैनल को घुमाने के लिए भी इसे ईधन की जरूरत पड़ती थी।
नासा के साइंस मिशन डायरेक्टरेट के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर थॉमस जुर्बुचेन ने कहा, ‘डॉन ने वेस्टा और सेरेस से जुड़े जो डाटा जुटाए, वे बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन डाटा और तस्वीरों की मदद से अपने सौरमंडल के निर्माण और विकास को समझने में हमें मदद मिली।’ मंगलवार को नासा ने अपने केप्लर स्पेस टेलीस्कोप के रिटायर होने का एलान भी किया था।
