बीएसएफ और बांग्लादेश की बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच सीमा प्रबंधन को लेकर बैठक हुई। बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। बीएसफ ने कहा है कि विमुद्रीकरण के बाद भारत-बांग्लादेश सीमा पर जाली नोटों की तस्करी में भारी कमी आई है। साथ ही उन्होंने तस्करी की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों के लिए बांग्लादेश की सराहना की. भारत और बांग्लादेश सीमा पर सभी तरह की तस्करी को रोकने के लिए न सिर्फ संयुक्त पेट्रोलिंग को और बढ़ाएंगे बल्कि खुफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान को और तेज़ करेंगे। सीमा सुरक्षा बल यानि बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड ऑफ बांग्लादेश के बीच 5 दिनों तक हुई बातचीत में ये फैसला किया गया। ये भी तय हुआ कि दोनों ही देशों के सुरक्षाबल सीमा जनहानि को रोकने के लिए नॉन लेथल यानि कम घातक हथियारों का इस्तेमाल और बढ़ाएंगे. बैठक के बाद बीएसएफ की तरफ से ये बताया गया कि आपसी समन्वय की वजह से जाली भारतीय नोटों की तस्करी में काफी कमी आई है। बीएसएफ और बीजीबी ने मानव तस्करी रोकने के लिए भी मिलकर काम करने का फैसला किया है। दोनों बलों ने ये भी तय किया है कि अवैध घुसपैठियों से कड़ाई से निपटा जाएगा। बीएसएफ के महानिदेशक केके शर्मा ने ये भी बताया कि रोहिंग्या घुसपैठियों को रोकने में बीएसएफ को बड़ी सफलता मिली है। बीएसएफ की तरफ से बांग्लादेश में भारतीय उग्रवादी संगठनों की मौजूदगी का मसला उठाया गया। जिसके जवाब में बीजीबी ने कहा कि उनके देश में किसी भी भारतीय उग्रवादी संगठन की मौजूदगी नहीं है। बीजीबी ने आश्वासन भी दिया कि बांग्लादेश अपनी जमीन का इस्तेमाल लिए किसी भी सूरत में भारत विरोधी गतिविधियां नहीं होने देगा।