एनडीडीबी सूखा चारा प्लांट स्थापित करने को 10 करोड, तो गाय की नस्ल सुधार को मिलेंगे 10 बैल
ऊना, : ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, पशु तथा मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि नेशनल डेयरी डिवल्पमेंट बोर्ड हिमाचल प्रदेश में डेयरी विकास की संभावनाओं पर जल्द ही एक रिपोर्ट तैयार करेगा तथा इसके लिए वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होने कहा कि नेशनल डेयरी डिपल्पमेंट बोर्ड गुजरात पैटर्न के आधार पर हिमाचल प्रदेश में भी अपनी गतिविधियों को चलाया जाएगा। इस बारे जानकारी देते हुए ग्रामीण विकास एवं पचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बताया कि प्रदेश का एक प्रतिनिधि मंडल गत 27 से 31 जुलाई तक गुजरात के दौरे पर रहा तथा इस दौरान पशु पालन एवं ग्रामीण विकास कार्यों का अवलोकन किया।
उन्होने कहा कि इस दौरान नेशनल कॉर्पोरेशन ऑफ डेयरी फैडरेशन ऑफ इंडिया ने भी इकरार किया है कि वह मिल्कफैड के उत्पाद जैसे घी, पाउडर मिल्क, बिस्कुट व पंजीरी इत्यादि को सेना में उपयोग के लिए हिमाचल मिल्क फैड से लेकर आपूर्ति सुनिश्चित बनाएंगे। इसी दौरान नेशनल डेयरी डिवलपमेंट बोर्ड द्वारा संचालित सूखा चारा उत्पादन केंद्र के निरीक्षण के दौरान एनडीडीबी ने इसी तरह का प्लांट हिमाचल प्रदेश में स्थापित करने के लिए 10 करोड रूपये की राशि बतौर वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाएगा।
वीरेंद्र कंवर ने बताया कि इसी दौरान नेशनल डेयरी डिवल्पमेंट बोर्ड ने हिमाचल प्रदेश में गायों की नस्ल सुधार के लिए साहीवाल नस्ल के 10 बैल भी उपलब्ध करवाने का ऐलान किया है। उन्होने कहा कि इसी भ्रमण के दौरान गुजरात में ग्रामीण विकास विभाग में मनरेगा कंवरजैंस में कॉरपोरेट सोशल रिसपोंसिबिलिटी के माध्यम से प्राईवेट कंपनियों से धन लेकर कार्य करवाया जा रहा है। इस संबंध में भी उन्होने विभागीय अधिकारियों को हिमाचल प्रदेश में भी इस तरह का कार्य शुरू करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।