राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने शुक्रवार को सर्किट हाउस देवास में केंद्र सरकार की सौभाग्य योजना, उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री जन–धन योजना, सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति योजना आदि योजनाओं के हितग्राहियों के साथ ही एनआरएलएम के स्वसहायता समूहों की महिलाओं, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के हितग्राहियों तथा रेडक्रास, लायंसक्लब, रोटरी क्लब आदि स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधियों से सीधे संवाद स्थापित किया। राज्यपाल वृद्धाश्रम भी पहुंची तथा वृद्धजनों से चर्चा की और उन्हें फल वितरित किए। साथ ही वृद्धाश्रम में पौध–रोपण भी किया। हितग्राहियों ने केंद्र सरकार की योजनाओं की सराहना की तथा बताया कि उन्हें इन योजनाओं का लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों ने बताया कि इस योजना के कारण ही उनका पक्के मकान मेंरहने का सपना पूरा हो सका है। इसके साथ ही शौचालय की सुविधा भी मिली है।
एनआरएलएम के अंतर्गत स्व सहायता समूहों की महिलाओं ने कहा कि एनआरएलएम से महिलाओं की स्थिति में बहुत परिवर्तन आया है। पहले जहाँ महिलाएँ बाहर नहीं निकलती थी वहीं अब महिलाएँ न केवल बाहर निकल रही है बल्कि स्व सहायता समूह के माध्यम से अपना रोजगार भी चला रही हैं। महिलाओं ने सेनेटरी नैपकिन, पत्थर से घट्टी निर्माण, खजूर से झाड़ू व डलिया बनाना, चूड़ी निर्माण, साबुन निर्माण, बैग निर्माण, सजावटी वस्तुएं बनाकर बेच कर रोजगार मिलने से अवगत कराया तथा वस्तुएं भी राज्यपाल को दिखाई। मुद्रा योजना के हितग्राहियों ने एक-एक कर अपने-अपने रोजगार के संबंध में राज्यपाल को अवगत कराया। एनजीओ की बैठक में राज्यपाल ने क्षय रोग से ग्रसित बच्चों को गोद लेने का आग्रह प्रतिनिधियों से किया। इस दौरान प्रदेश के तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री श्री दीपक जोशी, सांसद श्री मनोहर ऊंटवाल, विधायक श्रीमती गायत्रीराजे पवार, पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष रायसिंह सेंधव, महापौर सुभाष शर्मा और अन्य जन-प्रतिनिधिउपस्थित थे।
