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हनी सिंह के साथ काम करने में कंफर्टेबल नहीं था : बादशाह

आदित्य प्रतीक सिंह सिसौदिया को लोग बादशाह के नाम से बेहतर जानते हैं। दिल्ली के इस लड़के ने संगीत की कोई शिक्षा नहीं ली है लेकिन फिर भी वो आज बॉलीवुड का टॉप रैपर माना जाता है। बादशाह भी खुद को एक गायक नहीं बल्कि एक लेखक मानते हैं जो चीज़ो को रिदम में गाना जानता है। ‘सैटर्डे सैटर्डे’, ‘कर गई चुल’,‘डीजे वाले बाबू’जैसे सुपरहिट गाने बनाने वाले बादशाह को आज बच्चा बच्चा जानता है और कहने वाले कहते हैं कि उन्होंने भारत के सबसे लोकप्रिय रैपर यो यो हनी सिंह की जगह ले ली है। लेकिन कम ही लोग जानते है कि साल 2010 में जब उन्हें पहचान नहीं मिली थी वो हनी सिंह के बैंड में ही काम करते थे। हनी सिंह के बैंड माफिया मुंडीर ने कई हिट गाने दिए जैसे – अंग्रेज़ी बीट, ब्राउन रंग, गबरू. इन गानों में कुछ हिस्सा बादशाह ने भी लिखा और वो हनी सिंह की एक वीडियो एलबम में भी नज़र आए. लेकिन फिर एकाएक उन्होंने हनी से दूरी बना ली और आज वो उनके साथ काम करना नहीं चाहते. आखिर ऐसा क्या हुआ इन दोनों के बीच बादशाह ने न्यूज़ 18 हिंदी को खुद बताया। “देखिए इस बात को 6 साल हो गए हैं और मैं अब इससे काफी आगे आ गया हूं. लेकिन फिर भी, कई लोगों के साथ आपकी ट्यूनिंग नहीं मिलती है और उनके साथ मेरी भी यही परेशानी थी. आप इसे उनका काम पर ध्यान कह लो, या उनकी संगत कह लो या उनका तरीका, बस कुछ था जो मुझे ठीक नहीं लग रहा था.” बादशाह काफी संभल कर इस बात को रखते हैं।  क्या वो हनी सिंह से इसलिए अलग हो गए क्योंकि हनी और वो रैपर ही थे, इस बात पर बादशाह कहते हैं, “मैं और रफ़तार बहुत अच्छे दोस्त हैं और इस समय इंडिया के टॉप रैपर हैं, इसलिए ये बात तो यहीं खारिज हो जाती है। शायद मैं उनके साथ कंफर्टेबल नहीं था. उनके साथ मेरी सोच नहीं मिल रही थी और इसलिए सही समय पर हम अलग हो गए और ये झगड़ा नहीं था।बस हम आपसी सहमति पर अलग हुए.” हनी सिंह को बीती बात मानते हुए बादशाह कहते हैं कि वो अपनी जगह जो कर रहे हैं वो ठीक हैं और बादशाह आज लोगों के बीच काम कर रहे हैं. बादशाह ने बताया कि वो दूसरे रैपर की तरह काम नहीं करते. वो शराब पीने से ज्यादा, शराब पीने वालों पर फोकस करते हैं और फिर उनको देख कर गाने लिखते हैं. ‘कर गई चुल’ के पीछे की कहानी दिलचस्प है, जिसे वो मज़े से सुनाते हैं, “हम एक दुकान में बैठे थे कि मेरे दोस्त को एक लड़की दिखी, उसने कहा यार इससे बात करने की चुल हो रही है। मुझे ये शब्द अच्छा लगा और मैंने वो गाना हाथ के हाथ बना लिया.”  आमतौर पर शोरशराबे और बड़ी बड़ी गाड़ियों के बारे में गाने बनाने वाले बादशाह को वैसे शांति और सुकून पसंद है। वो मुंबई या दिल्ली जैसे बड़े शहरों में नहीं रहना चाहते और चंडीगढ़ में अपने माता पिता के साथ ही रहते हैं। वो कहते हैं,“बड़े शहर में नहीं जाना सर, मेरे मां बाप जहां हैं, वही मेरा शहर है और काम अच्छा चल रहा है तो लोग चंडीगढ़ आकर भी काम दे जाते हैं।तो फिलहाल सही है।”

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