मैसुरु : कर्नाटक में भारी बारिश की वजह से जलाशयों का जलस्तर बढऩे से प्रशासन की ओर से भारी मात्रा में जलाशयों का पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है। गुरुवार शाम को काबिनी और केआरएस जलाशय भर गए और प्रशासन ने दोनों से 1,10,000 क्यूसेक पानी छोड़ा है। काबिनी जलाशय से प्रशासन ने 70,000 क्यूसेक पानी जबकि केआरएस से 40,000 क्यूसेक पानी छोड़ा है। प्रशासन ने इन जलाशयों का जलस्तर और बढऩे पर अतिरिक्त पानी छोड़े जाने की आशंका जताते हुए और नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है। तीर्थस्थलों के आसपास के क्षेत्र में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। छोड़ा गया पानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर मलनामोल गांव के पास मैसुरु-ऊटी मार्ग पर पहुंच गया। सिंचाई विभाग ने निचले क्षेत्रों में रहने वालों को अपने परिवार और मवेशियों के साथ सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा है। वन विभाग ने श्रीरंगपट्टन के पास रंगनथित्तु पक्षी विहार में नौकायन निलंबित करने का निर्देश दिया है।पुलिस और राजस्व विभाग ने नदी के किनारे और निचले क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए निर्देश दिए हैं। वन अधिकारियों ने बताया कि पक्षी विहार लोगों के लिए खुला है और आगंतुक मनोहारी दृश्यों और कावेरी के उफान का वॉच टॉवर से आनंद ले सकते हैं। पश्चिमी घाट में कई जगहों पर भूस्खलन की रिपोर्ट मिली है। बेंगलुरु और मंगलुरु के बीच रेल सेवा निरस्त कर दी गई है और रेल मार्ग को साफ करने का कार्य प्रगति पर है।