परिवहन मंत्री द्वारा लोगों को सडक़ सुरक्षा संबंधी जागरूक करने की ज़रूरत पर ज़ोर
सडक़ सुरक्षा के हरेक पहलू पर प्रकाश डालती पुस्तक जारी करने की वकालत
पंजाब राज्य सडक़ सुरक्षा कौंसिल की मीटिंग की की अध्यक्षता
चंडीगढ़,
पंजाब सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के दूरदर्शी नेतृत्व में सडक़ सुरक्षा के ढंग-तरीकों में बदलते समयानुसार बड़ा बदलाव लाने पर गंभीरता से ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, जोकि समय की मुख्य ज़रूरत है। यह विचार पंजाब की परिवहन मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने आज यहाँ पंजाब राज्य सडक़ सुरक्षा कौंसिल की एक मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए प्रकट किये। श्रीमती चौधरी ने बताया कि ‘ई -चालान मशीनों ’ का इस्तेमाल शुरू किया जायेगा और यह मशीनें एन.आई.सी. के सॉफ्टवेयर और इन्टरनेट से जुड़ी होंगी जिससे फील्ड स्टाफ के स्तर पर भ्रष्टाचार की संभावना को नकेल पड़ेगी। उन्होंने आगे बताया कि इसके इलावा शराब पीकर वाहन चलाने की समस्या कई सडक़ हादसों का कारण बनती है और इसको नकेल डालने के लिए ‘शराब की मात्रा मापने वाले यंत्रों ’ की खरीद की जायेगी जोकि स्वतंत्र तौर पर एन.आई.सी. सर्वर की ई -चालान एप्लीकेशन से जुड़े होंगे। सडक़ हादसों में मौतों का एक और बड़ा कारण तेज़ रफ्तार को बताते हुए श्रीमती चौधरी ने बताया कि 6 मार्गी राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों की रफ़्तार को मापने के लिए अति -आधुनिक यंत्रों को खरीदा जायेगा। उन्होंने आगे कहा कि ज़रुरी स्थानों पर रफ़्तार मापने वाले और डिस्पले बोर्डों को स्थापित करने संबंधी भी गहराई से विचार किया जायेगा। ओवर -लोडिंग को एक गंभीर समस्या बताते हुए श्रीमती चौधरी ने कहा कि इससे निपटने के लिए आटोमेटिड भार तोलक उपकरण महत्वपूर्ण स्थानों जैसे कि रेत और बजरी की गड्ढों के नज़दीक स्थापित किये जाएंगे और यह एन.आई.सी. के साथ जुड़े होंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की कमी पाए जाने पर ज़रूरत की अपेक्षा अधिक भार लाद कर भेजने वाले व्यक्ति के खि़लाफ़ भी कार्यवाही की जायेगी।
श्रीमती चौधरी ने कहा कि हाईवे पेट्रोल वाहनों, पी.सी.आर. वाहनों को अति -आधुनिक उपकरणों से लैस करने की ज़रूरत और उनके पास उस इलाके की भी पूरी जानकारी होनी चाहिए जहाँ वह तैनात हैं जिससे लोगों की हर समय पर भरपूर मदद के लिए तैयार रहा जा सके। मीटिंग में कैमरों और हादसों का शिकार बने वाहनों को काटने के लिए आधुनिक उपकरण खरीदने संबंधी भी गंभीरता से विचार विमर्श हुआ।मीटिंग के दौरान श्रीमती चौधरी ने आम लोगों को सडक़ सुरक्षा के हर पहलू संबंधी जागरूक करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कहा कि इस संबंधी हिदायतों का हर हालत में पालन किया जाये और सडक़ सुरक्षा के हर पहलू पर प्रकाश डालती हुई पुस्तक भी जारी की जाये। मीटिंग में दूसरो के इलावा प्रिंसिपल सचिव, परिवहन विभाग, पंजाब श्री सरवजीत सिंह, ए.डी.जी.पी. ट्रैफिक़ श्री शरद चौहान, पंजाब पुलिस के ट्रैफिक़ सलाहकार श्री नवदीप असीजा और लुधियाना की संभव फाउंडेशन के श्री राहुल वर्मा ( दोनों मैंबर पंजाब राज्य सडक़ सुरक्षा कौंसिल) भी उपस्थित थे।