भारतीय शास्त्रों में गोदान को काफी महत्व दिया जाता ह। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए रवांडा को 200 गायें भेंट की। पीएम मोदी ने रवांडा सरकार की एक कल्याणकारी योजना ‘गिरिंका कार्यक्रम’ के तहत ये गायें उपहार में दी हैं। रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे ने गरीब परिवारों की मदद के मकसद से इस राष्ट्रीय सामाजिक संरक्षण प्रोग्राम की शुरुआत की है, जिसके तहत हर गरीब परिवार को एक गाय दी जाती है. अपनी यात्रा के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किगाली नरसंहार स्मारक का भी दौरा किया।किगाली नरसंहार स्मारक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रवांडा के मॉडल गांव रवेरू पहुंचे, जहां उन्होंने रवांडा की गिरिंका योजना के तहत भारत की तरफ से 200 गायों को भेंट किया। इस दौरान उन्होंने गांव के लोगों से अपनेपन का रिश्ता भी कायम किया। गिरिंका राष्ट्रपति कागमे द्वारा शुरू की गई रवांडा की एक राष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा योजना है. यह गरीबी उन्मूलन के लिए रवांडा की सरकार का एक अहम कार्यक्रम है. गिरिंका का मतलब होता है ‘प्रति परिवार एक गाय’। रवांडा की सरकार ने साल 2006 में ‘एक गरीब परिवार के लिए एक गाय’ योजना लॉन्च की थी. इस योजना के जरिए कई परिवार गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकले हैं। रवांडा सरकार का दावा है कि इस योजना से लाखों परिवारों को फायदा मिला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गिरिंका योजना की सराहना की है। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों को भी सुखद आश्चर्य होगा कि रवांडा में गाय को महत्व देकर गांवों का आर्थिक सशक्तिकरण किया जा रहा है.इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत शहद के उत्पादन में भी रवांडा की मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि दूध के साथ शहद उत्पादन को बढ़ावा देकर बड़ा बाजार खड़ा किया जा सकता है। इससे पहले दौरे के पहले ही दिन भारत और रवांडा के बीच डेयरी क्षेत्र में एक समझौता हुआ था, जिसमें शोध और प्रसंस्करण को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया जाएगा।
