विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ के साथ की द्विपक्षीय वार्ता, आपसी हितों से जुड़े विषयों पर हुई ‘सार्थक’ और रचनात्मक चर्चा, अफगानिस्तान समेत वर्तमान क्षेत्रीय स्थिति पर विचारों का हुआ आदान प्रदान।ईरान के विदेश मंत्री जवाद ज़रीफ़ ने नई दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात कर द्विपक्षीय वार्ता की। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच तमाम द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई। ईरान के विदेश मंत्री दो दिन की भारत यात्रा पर सोमवार को नई दिल्ली पहुंचे। ईरान से तेल खरीद पर भारत और सात अन्य देशों को अमेरिकी प्रतिबंधों से छह महीने की छूट समाप्त होने के बाद हो रही ये वार्ता महत्वपूर्ण मानी जा रही है। दोनों पक्ष ईरान स्थित चाबहार बंदरगाह परियोजना को भी अहम बता रहे हैं।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ के बीच रचनात्मक चर्चा हुई । अफगानिस्तान समेत वर्तमान क्षेत्रीय स्थिति पर विचारों का अच्छा आदान प्रदान हुआ ।’’ रवीश कुमार ने कहा कि भारत अमेरिका के निर्णय से पड़ने वाले प्रभाव से निपटने को तैयार है। अमेरिका ने पिछले साल मई में ईरान के साथ परमाणु मुद्दे पर हुये समझौते से खुद को अलग कर लिया था। इसके बाद ईरान पर प्रतिबंध फिर से लागू हो गये। प्रतिबंधों के बाद अमेरिका ने भारत सहित आठ देशों को ईरान से तेल आयात में कमी लाने और धीरे-धीरे इसे बंद करने के लिये छह माह का समय दिया था।