यूपी में मायावती और अखिलेश यादव ने भी प्रचार तेज करते हुए अपनी रैलियों में बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधा। वहीं वाराणसी से गठबंधन के उम्मीदवार तेज बहादुर यादव को गलत जानकारी देने के लिए चुनाव आयोग ने नोटिस दिया है।मौसम के कड़े तेवरों के बीच भी प्रचार में जुटे हैं नेता अन्य विपक्षी दलों के चुनाव प्रचार की बात करें तो बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने लखनऊ में एक रैली को सम्बोधित करते हुए भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने बांदा में प्रचार किया। इस बीच ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर चक्रवाती तूफान के मद्देनजर पटकुरा में होने जा रहे उपचुनाव को टालने का मांग की है।लोकसभा चुनाव का ज़ोर और शोर अब उन इलाकों में शिफ्ट हो गया है जहां पर अगले चरणों का चुनाव है। तमाम राजनीतिक दलों के नेता जनता की नब्ज टटोलने के साथ ही अपने पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं। सबसे पहले बात करते हैं उत्तर प्रदेश की जहां बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने लखनऊ में एक रैली को सम्बोधित करते हुए भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होने कहा कि लम्बे समय तक कांग्रेस द्वारा राज करने के बावजूद लोगों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया। वही समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने यूपी के बांदा मे एक चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए भाजपा को निशाने पर लिया और कहा कि उनकी सरकार के समय बांदा सहित पूरे प्रदेश में कई विकास के कार्य किये गये।बिहार में चार चरणों का चुनाव पूरा हो चुका है जबकि अभी तीन चरण बाकी है। भाजपा-जेडीयू और राजद-कांग्रेस दोनो ही गठबंधन राज्य में पूरी ज़ोर आजमाइश करने में लगे हैं। राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि चार चरणों के चुनाव के बाद उनकी स्थिति बहुत अच्छी है। उन्होने जेडीयू द्वारा अभी तक घोषणा पत्र जारी न करने पर चुटकी भी ली। हालांकि जेडीयू ने राजद पर पलटवार करते हुए कहा कि उनका घोषणा पत्र केवल विकास का है जिसकी बात वो हमेशा करते रहे हैं। जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने राजद-कांग्रेस गठबंधन को ठगबंधन करार दिया। इस बीच ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर चक्रवाती तूफान के मद्देनजर पटकुरा में होने जा रहे उपचुनाव को टालने का मांग की है। उन्होने चुनाव में बीजद के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद जताई।वहीं आम आदमी पार्टी ने पूर्वी दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी गौतम गंभीर के दो जगहों के मतदाता पहचान पत्र पर एक बार फिर सवाल उठाया है।