प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को देश के पूर्वोत्तर भाग में लोकसभा चुनाव प्रचार की शुरुआत की। पीएम ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत अरुणाचल प्रदेश से की। यहां पीएम ने आलो में एक चुनावी रैली की। इसके बाद प्रधानमंत्री ने असम के मोरान और गोहपुर में विशाल जनसभाओं को संबोधित किया। अपनी रैलियों में पीएम ने जहां केंद्र सरकार के कामकाज गिनाये, वहीं विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा।पूर्वोत्तर में भाजपा के चुनाव प्रचार का आगाज़ करने पंहुचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस क्षेत्र के विकास के लिए न सिर्फ उनकी सरकार द्वारा उठाए गए क़दमों का ज़िक्र किया बल्कि ये भी बताया कि कैसे पहले की सरकारों ने पूर्वोत्तर के हितों और यहां के लोगों को नज़रअंदाज़ किया। पीएम मोदी की दिन की पहली रैली अरुणाचल प्रदेश के आलो में थी। पिछले 30 वर्षों में आलो का दौरा करने वाले पीएम मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं और इस ऐतिहासिक मौक़े पर आलो के लोगों ने भी भरपूर उत्साह और ऊर्जा का प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो काम 55 सालों में कांग्रेस के शासनकाल में नहीं हुए वो उनकी सरकार ने महज पांच साल में कर दिखाए। अरुणाचल प्रदेश के बाद प्रधानमंत्री ने असम के मोरान में विशाल जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये उनकी ही सरकार है जिसने असम के लगभग सभी घरों में बिजली और तकरीबन 85 फीसदी घरों तक गैस कनेक्शन पहुंचाए हैं।
प्रधानमंत्री ने दिन की आखिरी रैली असम के गोहपुर में की। प्रधानमंत्री ने कहा कि लड़ाई चाहे घुसपैठियों से हो, आतंकियों से हो या दलालों और भ्रष्टाचारियों से, वे डटकर असम और देश के हितों की रक्षा के लिए खड़े हैं।प्रधानमंत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक के सुबूत मांगने और अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धि का मज़ाक उड़ाने के लिए विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन विषयों पर देशवासियों को खुशी होती है उन पर कांग्रेस की चिंता बढ़ने लगती है। प्रधानमंत्री की रैलियों के साथ ही पूर्वोत्तर में चुनाव प्रचार ने भी नई तेज़ी पकड़ ली है। अरुणाचल प्रदेश में लोकसभा की दोनों सीटों के साथ ही राज्य विधानसभा के लिए भी 11 अप्रैल को मतदान होना है। जबकि असम की 14 लोकसभा सीटों पर तीन चरणों में 11, 18 और 23 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
