अबु धाबी में हो रहे स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स 2019 में भारत ने 368
मेडल जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस श्रृंखला में भारत के
धुरंधरों ने भारत ने 85 स्वर्ण, 154 रजत और 129 कांस्य, समेत 368 मेडल अपने
नाम किए हैं।
अबु धाबी में विशेष ओलिंपिक्स खेलों में भारत ने
साढ़े तीन सौ से अधिक पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। हौसला, हिम्मत और जोश
के रंग में डूबे तीन भारत के स्पेशल एथलीट्स ने स्पेशल ओलिम्पिक खेल में
अबतक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया है। इस संदेश के साथ कि उनके लिए
हर मुकाम संभव है।
भारत की स्पेशल ओलिम्पिक टीम ने इतिहास रचते हुए
कुल 368 पदक अपने नाम कर किए। स्पेशल ओलंपिक्स में भारत का ये अबतक का
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। पदक तालिका में भारत के पास 85 स्वर्ण, 154 रजत
और 129 कांस्य पदक सहित कुल 368 पदक हो गये हैं।
स्पेशल ओलंपिक में
बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अधिकतर एथलीट गरीब और ग्रामीण क्षेत्र से आये
हैं। मसलन गोवा की सबिता यादव ने स्पेशल ओलंपिक वर्ल्ड गेम्स में एकल टेबल
टेनिस इवेंट में गोल्ड अपने नाम किया। सबिता के पिता का देहांत हो चुका है
और उसकी मां दूसरों के घरों में झाडू-पौछा करने का काम करती हैं।
जबकि
लखनऊ की बेटी प्रिया कुशवाहा ने स्पेेशल ओलंपिक 2019 में दो स्वर्ण और एक
कांस्य पदक जीतकर देश को गौरवान्वित किया। इसी तरह कई ऐसे ही एथलीट है जो
आर्थिक तौर पर कमजोर परिवार से आते हैं लेकिन कुछ कर दिखाने की ललक और
जुनून से आज इन एथलीटों ने इतिहास रचने में कामयाबी पायी है।
