न्यूज़ीलैंड आतंकी हमले में 50 से ज्यादा लोगों की मौत, दुनियाभर में निंदा
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की अल-नूर और लिनवुड मस्जिद में शुक्रवार को गोलीबारी हुई। हमला दोपहर की नमाज के बाद किया गया। इसमें 49 लोग मारे गए और 50 जख्मी हैं। पुलिस ने बताया कि 4 लोगों को हिरासत में लिया गया। लेकिन अभी हमलावर की तलाश जारी है। प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न ने इसे आतंकी हमला करार दिया है। एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मस्जिद के पास से एक कार से कई आईईडी को डिफ्यूज किया। उधर, ऑकलैंड स्थित ब्रिटोमार्ट स्टेशन पर भी एक बम डिफ्यूज किया गया।
आतंकवाद दुनिया
के लिए नासूर बनता जा रहा है. इस तरह की घटनाएं मानवता के खिलाफ युद्ध जैसी
नज़र आती है. ऐसी ही एक निर्मम घटना शुक्रवार को न्यूज़ीलैंड से आई, जहां
आतंकी हमले में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. ये घटना एक बार फिर से
दुनिया को सोचने पर मजबूर करती है कि आतंक के खिलाफ कैसी होनी चाहिए
वैश्विक लड़ाई.
न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर की अल नूर मस्जिद
में दोपहर के वक्त जिस समय जुमे की नमाज के वक्त भीड़ जमा थी, तभी गोलीबारी
की आवाज ने सबको शांत करा दिया. एक हमलावर ने अपनी बंदूक से ताबड़तोड़
गोलीबारी करनी शुरू कर दी और कुछ ही देर में वहां लाशों का ढेर लग गया. लोग
अफरातफरी में इधर उधर भागने लगे तो कुछ लोग अपने परिजनों के लिए भटकने
लगे. कुछ ही देर में पता लगा कि उपनगर लिनवुड स्थित एक अन्य मस्जिद में
हमला हुआ. दो मस्जिदों में हुई गोलीबारी में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो
गई और 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. फौरन ही सुरक्षाबलों ने
हालात को संभाला. पुलिस ने बताया कि आईईडी बरामद किया गया है और उसे
निष्क्रिय कर दिया गया है.
पुलिस ने हमले से जुड़े लोगों की धरपकड़
का काम तेज़ कर दिया है. पुलिस ने अब तक चार लोगों को पकड़ा है. न्यूजीलैंड
की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने इसे ‘न्यूजीलैंड के सबसे काले दिनों
में से एक’ करार दिया और कहा कि ये आतंकवादी हमला था.
ऑनलाइन उपलब्ध
वीडियो और दस्तावेजों से यह पता चलता है कि हमलावर ने हमले का फेसबुक लाइव
किया. ऑनलाइन मौजूद एक वीडियो में एक बंदूकधारी मस्जिद में लोगों पर गोली
चलाते समय वीडियो बनाते दिख रहा है. इस बीच प्रशासन ने लोगों को गोलीबारी
संबंधी कोई भी वीडियो साझा नहीं करने की चेतावनी दी है और शांति बनाए रखने
की अपील की है.
इस बीच एक बंदूकधारी की पहचान आस्ट्रेलियाई चरमपंथी
के रूप में हुई है, जिसने हमले की स्पष्ट रूप से ऑनलाइन लाइव स्ट्रीमिंग
की. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने बताया कि गोलीबारी करने
वाला एक बंदूकधारी एक दक्षिणपंथी चरमपंथी है, जिसके पास ऑस्ट्रेलिया की
नागरिकता है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पीड़ितों पर बहुत नजदीक
से गोलियां चलाई गईं. मृतकों में महिलाएं एवं बच्चे भी शामिल हैं. दोनों
मस्जिद पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि क्या
दोनों मस्जिदों में एक ही हमलावर ने गोलीबारी की थी या नहीं. बताया जा रहा
है कि मस्जिद में 300 से 500 लोग थे.
इस हमले के बाद क्राइस्टचर्च
में किसी के आने और शहर से किसी के बाहर जाने पर रोक लगा दी गई. पुलिस ने
देशभर के अल्पसंख्यक समुदाय को सचेत किया है कि वे न्यूजीलैंड में कहीं
किसी मस्जिद में नहीं जाएं. हमले के बाद पुलिस ने शहर के स्कूलों से
लॉकडाउन कर दिया था, जिसका मतलब था कि स्कूलों में किसी के अंदर या बाहर
जाने पर प्रतिबंध लग गया था. बाद में लॉकडाउन हटा दिया गया और अभिभावक अपने
बच्चों को लेने स्कूल पहुंचे. इस हमले में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के
सदस्य बाल-बाल बचे. जब हमला हुआ उस समय बांग्लादेश की टीम मस्जिद में
प्रवेश करने ही वाली थी. टीम सुरक्षित बच कर निकटवर्ती हेगले ओवल पहुंची.
हमले
के बाद बांग्लादेश क्रिकेट टीम का न्यूजीलैंड के साथ होने वाला तीसरा और
अंतिम टेस्ट मैच रद्द कर दिया गया. बाद में दौरा रद्द कर दिया गया और
बांग्लादेश की टीम स्वदेश लौट रही है.
भारत समेत दुनिया के तमाम
देशों ने हमले की निंदा की है. फिलहाल न्यूजीलैंड सरकार साफ कह रही है कि
ये आतंकी हमला है, जिससे साफ है कि आतंक दुनिया के हर हिस्से में पैर पसार
रहा है. हमले के बाद एक बार फिर से आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने की मांग
सही साबित हो रही है.
