बच्चों को ब्रेड-जैम खिलाना बंद करें, ये होते हैं नुकसान
जब
बात बच्चों को खाना खिलाने की आती है तो पैरंट्स अक्सर परेशान हो जाते हैं
कि आखिर बच्चों को क्या खिलाएं क्योंकि ज्यादातर बच्चे खाने का नाम सुनते
ही नाक-मुंह बनाने लगते हैं। लेकिन शायद एक चीज ऐसी ही जिसे अधिकतर बच्चे
बिना किसी परेशानी के शौक से खा लेते हैं और वह है जैम।
ब्रेड
जैम- जैम-रोटी, जैम-बिस्किट ये कुछ ऐसे ऑप्शन्स हैं जिन्हें ब्रेकफस्ट, लंच
या डिनर में बच्चे बड़ी आसानी से खा लेते हैं। और यह माता-पिता के लिए भी
आसान ऑप्शन होता है क्योंकि उन्हें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। लेकिन
क्या जैम सचमुच हेल्दी होता है? टीवी में दिखाए जाने वाले विज्ञापनों में
बताते हैं कि जैम में फ्रूट्स होते हैं, न्यूट्रिएंट्स होते हैं और यह
बच्चों के लिए हेल्दी होता है, लेकिन क्या सच में ऐसा है? जी नहीं।
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चम्मच जैम 2 चम्मच चीनी के बराबर होता है। जैम में जो फल डालने का दावा
किया जाता है उसे उबाल कर उतनी ही मात्रा में चीनी के साथ मिक्स किया जाता
है। फलों को उबालने से उनमें मौजूद पानी की मात्रा घट जाती है और फलों में
मौजूद पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं। कुछ फलों में मौजूद विटमिन सी तो जैम
बनाने की प्रक्रिया के दौरान पूरी तरह से खत्म हो जाता है।
सिर्फ जैम ही नहीं बल्कि केचप और कई दूसरे प्रिजर्व्ड फूड में चीनी की मात्रा बहुत अधिक होती है और इसलिए यह बच्चों को बहुत पसंद आता है। इस तरह के फूड आइटम्स ब्रेन को झूठा संकेत देते हैं कि उनका पेट भरा हुआ है और इस वजह से आपका बच्चा खाने में मीन-मेख निकालने लग जाता है और मन से खाना नहीं खाता।
वैसे
बच्चे जिन्हें जैम खाने की आदत हो जाती है और जो नियमित रूप से जैम का
सेवन करते हैं उनमें मोटापे के साथ-साथ दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी
बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ज्यादा जैम खाने से आप जरूरत से
ज्यादा कैलरी शरीर के अंदर ले लेते हैं।
