पंजाब

पंजाब और पड़ोसी राज्यों के लिए वरदान साबित हुआ पी.जी.आई.एम.ई.आर: राणा केपी सिंह

विधानसभा के स्पीकर ने जलोदर (असाईट्स) पर आधारित दूसरी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्ऱेंस का किया उद्घाटन
चंडीगढ़ – पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा के.पी. सिंह ने आज स्थानीय पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मैडीकल एजुकेशन एंड रिर्सच में जलोदर (असाईट्स) पर आधारित दूसरी अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्ऱेंस का उद्घाटन करते हुए कहा कि पी.जी.आई. न सिफऱ् पंजाब बल्कि पड़ोसी राज्यों के लिए भी वरदान साबित हुआ है। पी.जी.आई. के हैपटोलजी विभाग द्वारा करवाई इस कान्फ्ऱेंस की शुरुआत करते समय राणा के.पी. ने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों की दूरदर्शिता स्वरूप उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सहूलतें प्रदान करने वाला यह हस्पताल यहाँ स्थापित किया गया था जिसका लाभ पंजाब के साथ-साथ पास के राज्यों को भी हो रहा है। उन्होंने आशा जताई कि कान्फ्ऱेंस जिगर से सम्बन्धित जटिल बीमारियों के नये और सरल इलाज ढूँढने और इस सम्बन्धी लोगों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाएगी। राणा के.पी सिंह ने कहा कि जिगर की बीमारियाँ आजकल आम होती जा रही हैं और लीवर सायरोसिस चिंता के एक बड़े कारण के तौर पर उभरा है। सायरोसिस, शराब और नशीले पदार्थों की अधिक और लम्बे समय तक प्रयोग करने के बाद, हैपटाईटस -बी और हैपटाईटस -सी की आखिऱी स्थिति होती है। श्री केपी ने कहा यह देखने में आया है कि इन दिनों पी.जी.आई.एम.ई.आर में काम का बोझ बहुत अधिक है और संस्थान के डॉक्टर अपने निर्धारित समय से ज़्यादा काम कर रहे हैं। वह 24 घंटे मरीज़ों को अच्छी सेहत सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि काम के इस अतिरिक्त बोझ को घटाने के लिए यह समय की माँग है कि पास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सहूलतों को और मज़बूत किया जाये जिससे पी.जी.आई. के डॉक्टर गंभीर बीमारियों से निपटने के लिए ज़्यादा समय जुटा सकें।उन्होंने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने देश के इस क्षेत्र को अति आधुनिक टाटा कैंसर सैंटर दे कर बहुत ही करूणा का काम किया है। यह आधुनिक सैंटर बहुत जल्द कार्यशील हो जायेगा और जिससे पीजीआईएमईआर के कैंसर विभाग पर पड़ रहा अतिरिक्त बोझ घटेगा।सारंगपुर में स्थापित होने वाले पी.जी.आई. के ओपीडी सैंटर की बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसकी शुरुआत से राज्य के लोगों को बहुत फ़ायदा होगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के राज्यपाल के साथ हुई मीटिंगों के दौरान उन्होंने हमेशा ही पी.जी.आई. को सस्ते भाव में ज़मीन मुहैया करवाने की माँग रखी है। कॉन्फ्ऱेंस के सचिव प्रो.विरेंदर सिंह की पीठ थपथपाते हुए श्री के.पी ने कहा कि प्रो. वीरेंदर सिंह ने पहली बार पंजाब की जेलों में बंद कैदियों को व्यापक सर्वेक्षणों के द्वारा हैपटाईटस और सायरोसिस के फैलने सम्बन्धी जागरूकता प्रदान करवाई है। उन्होंने बहुत सी पीसीएम डाक्टरों को राज्यभर के कैदियों और मरीज़ों के इलाज सम्बन्धी भी शिक्षित किया है। उन्होंने सायरोसिस के मरीजों के ठोस इलाज और व्यापक सर्वेक्षण हेतु हर किस्म की संभव सहायता प्रदान करने के लिए भरोसा दिया है।इस मौके पर दूसरों के अलावा कॉन्फ्ऱेंस के सह-आयोजक सचिव डा. निपुम वर्मा, पी.जी.आई.एम.ई.आर. के डीन डा. अरविन्द राजवंशी, असाईट्स के अंतरराष्ट्रीय क्लब के मैंबर श्री पेरे गिनीस और स्पीकर के सचिव श्री राम लोक शामिल थे।

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