नई दिल्ली- भारतीय अर्थव्यवस्था के कैलेंडर वर्ष 2019 और 2020 में 7.3 फीसद की दर से बढ़ने की उम्मीद है और इस साल चुनावों से पहले सरकारी खर्च की घोषणा की जाएगी जिससे कि निकट अवधि में वृद्धि को सहारा मिलेगा। यह बात रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कही है।अमेरिका की रेटिंग एजेंसी का कहना है कि अन्य प्रमुख एशियाई अर्थव्यवस्थाओं और उभरते बाजारों की तुलना में वैश्विक विनिर्माण व्यापार विकास में आई मंदी से भारत थोड़ा कम प्रभावित हुआ है। यह अगले दो वर्षों में स्थिर गति से बढ़ने की ओर अग्रसर है। मूडीज ने वर्ष 2019 और 2020 के लिए अपने तिमाही ग्लोबल मैक्रो आउटलुक में कहा है, “हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था वर्ष 2019 और 2020 दोनों वर्षों में 7.3 फीसद की ग्रोथ से बढ़ेगी।”मूडीज का वृद्धि अनुमान कैलेंडर वर्ष पर आधारित है। हालांकि भारत अपनी इकोनॉमिक ग्रोथ को वित्त वर्ष (अप्रैल-मार्च) के आधार पर मापता है। वित्त वर्ष 2018-19 के लिए जो कि 31 मार्च 2019 को खत्म हो रहा है, भारत की जीडीपी के 7 फीसद रहने का अनुमान है जो कि वित्त वर्ष 2017-18 के 7.2 फीसद की ग्रोथ के मुकाबले कम है।मूडीज का कहना है कि अंतरिम बजट 2019-20 में की गईं घोषणाएं जीडीपी के अनुपात में लगभग 0.45 फीसद के राजकोषीय प्रोत्साहन में योगदान देंगी। अंतरिम बजट में किसानों को डायरेक्ट कैश ट्रासफर प्रोग्राम और मिडिल क्लास को टैक्स राहत की सौगात दी गई है।
