आरबीआई के केन्द्रीय बोर्ड के साथ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने
अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियों पर चर्चा के साथ ही बैंकों में ब्याज दरों
की स्थिति पर भी विचार विमर्श किया।
बैंकों में कर्ज लेने पर
ब्याज दरों में और कमी आने की संभावना है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास
बैंकों के साथ इस बारे में चर्चा करेंगे। आरबीआई के केन्द्रीय बोर्ड के साथ
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियों पर चर्चा के
साथ ही बैंकों में ब्याज दरों की स्थिति पर भी विचार विमर्श किया।
बजट
के बाद आरबीआई केन्द्रीय बोर्ड की बैठक को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने
संबोधित किया। इस बैठक में देश की वित्तीय परिस्थिति और वित्तीय नीतियों और
आरबीआई की मौद्रिक नीतियों में सामंजस्य बिठाने पर चर्चा की गई। बैठक के
बाद संवावदाताओँ के साथ बातचीत में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि ब्याज दरों में
कमी के मुद्दे पर बैकों के साथ इस महीने की 21 तारीख को चर्चा की जाएगी।
वित्त
मंत्री ने देश में बैंको के विलय पर बड़ा संकेत देते हुए कहा कि देश को
बड़े और सशक्त बैंकों की ज़रूरत है। एसबीआई के सहयोगी बैंको के अलावा बैंक
ऑफ बड़ौदा, देना बैंक और विजया बैंक के वियल पर काम चल रहा है। केन्द्र ने
आरबीआई के करीब 28000 करोड़ के लाभांश की मांग की है जिसे स्वीकार करते हुए
आरबीआई ने लाभांश की राशि ट्रांसफर करने को मंजूरी दे दी है। साथ ही
बैंकों में रेगुलेशन को और दुरुस्त करने के लिए आरबीआई लगातार बैंकों के
साथ संपर्क में है
