बुंदेलखंड को विकास की सौगातें देने के लिए पीएम मोदी शुक्रवार को झांसी
पहुंचे तो करीब 21 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को का उद्घाटन और
शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने ढांचागत विकास योजनाओं के अतिरिक्त रक्षा
कॉरिडोर की आधारशिला रखी, जो क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित
होगा.
अक्सर मूलभूत सुविधाओं की किल्लत से जूझने की लिए सुर्खियों
में रहने वाले बुंदेलखंड के लिए शुक्रवार का दिन खास रहा. प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने रक्षा कॉरिडोर समेत क्षेत्र को 20,506 करोड़ रुपये की कई
विकास सौगात दी. प्रधानमंत्री ने विकास परियोजनाओं से संबंधित एक प्रदशर्नी
का अवलोकन भी किया.
प्रधानमंत्री ने झांसी में रक्षा कॉरिडोर की
आधारशिला रखी. रक्षा उत्पादों में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार देश में
दो रक्षा कॉरिडोर स्थापित करने का फैसला किया है. एक तमिलनाडु में और दूसरा
उत्तर प्रदेश में. झांसी उत्तर प्रदेश के रक्षा कॉरीडोर के केंद्रों में
से एक है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ये कॉरिडोर राज्य के विकास
में एक अध्याय को जोड़ेगा.
पीएम मोदी ने 297 किलोमीटर लंबे
झांसी-खैरार रेल सेक्शन के विद्युतीकरण का उद्घाटन किया. इससे इस सेक्शन
पर रेलगाडि़यों का आवागमन तेज हो जाएगा और साथ ही कार्बन उत्सर्जन में भी
कमी आएगी. प्रधानमंत्री ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को निर्बाध बिजली आपूर्ति
सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई पश्चिमी-उत्तर अन्तर-क्षेत्रीय बिजली
पारेषण लाइन राष्ट्र को समर्पित की. पीएम ने पहाड़ी बांध आधुनिकीकरण
परियोजना का भी उद्घाटन किया. यह बांध धसान नदी पर बनाया गया है.
सभी
के लिए स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने की सरकार की योजना के
तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में
पाइप लाइन के जरिए पानी की आपूर्ति योजना का शिलान्यास भी किया. यह
परियोजना इस नजरिये से महत्वपूर्ण है कि इससे सूखा प्रभावित बुंदेलखंड
क्षेत्र में पानी की आपूर्ति हो सकेगी. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने झांसी
शहर के लिए ‘अमृत’ के तहत पेयजल आपूर्ति योजना के दूसरे चरण की भी आधारशिला
रखी. पीएम मोदी ने झांसी में पुराने रेल डिब्बों को नया बनाने के वर्कशॉप
का शिलान्यास किया. इससे बुंदेलखंड क्षेत्र में लोगों के लिए रोजगार की
संभावनाएं बनेगी.
प्रधानमंत्री ने झांसी-माणिकपुर और भीमसैन-खैरार
सेक्शन पर 425 किलोमीटर लंबे रेलमार्ग के दोहरीकरण की परियोजना की
आधारशिला रखी. इससे न सिर्फ रेलगाड़ियों की आवाजाही आसान होगी, बल्कि
बुंदेलखंड क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में भी मदद मिलेगी.
ये महज़
चन्द परियोजनाओं का शिलान्यास या उद्घाटन नहीं बल्कि क्षेत्र को विकास की
मुख्यधारा से जोड़ने कोशिश है. वो क्षेत्र जिसका ग्रामीण इलाका अक्सर पानी
की किल्लत से जूझता है. अब पाइप लाइन की परियोजना नए बुंदेलखंड की इबारत
लिखेगी.
