नई दिल्ली-भारतीय क्रिकेट टीम मैनेजमेंट अब युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मैचों में लगातार मौके दे रही है जिससे कि वो खुद को इस स्तर पर साबित कर सकें। पिछले वर्ष युवा पृथ्वी शॉ को मौका दिया गया वहीं न्यूजीलैंड दौरे के लिए शुभमन गिल को टीम में शामिल किया गया था। ये दोनों खिलाड़ी इस वक्त 19 वर्ष के हैं। भारत के लिए 16 वर्ष की उम्र में पाकिस्तान के खिलाफ वर्ष 1989 में अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का आगाज करने वाले सचिन को ये बखूबी पता है कि युवा अवस्था में जब आप अपना करियर शुरू करते हो तो आपको क्या करना चाहिए।सचिन तेंदुलकर ने भारत के युवा खिलाड़ी पृथ्वी व शुभमन के बारे में बात करते हुए कहा कि जब वो आठ या नौ वर्ष के थे तब मैंने उनको नेट्स पर अभ्यास करते देखा था, मुझे लगा कि उनमें कुछ खास बात है। मुझे उन्हें देखकर ये लग गया था कि एक दिन वो भारत के लिए खेलेंगे। पृथ्वी ने वर्ष 2018 अक्टूबर में अपना डेब्यू किया जबकि शुभमन को न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया था जिसे भारत ने 4-1 से जीता था। पिछले वर्ष अंडर 19 विश्व कप में इन दोनों खिलाड़ियों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था और टीम को विजेता बनाया था। इस टूर्नामेंट में पृथ्वी ने पांच पारियों में 261 रन बनाए थे। वहीं शुभमन गिल ने एक शतक और तीन अर्धशतक के दम पर मैन ऑफ द सीरीज बने थे। शुभमन को न्यूजीलैंड दौरे के लिए ओपनर लोकेश राहुल की जगह वनडे व टी 20 सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया था। सचिन ने शुभमन के बारे में कहा कि उन्होंने पिछले वर्ष भारत को अंडर 19 विश्व कप का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी और ये घरेलू सीजन भी उनके लिए काफी अच्छा रहा है। दोनों खिलाड़ियों में काफी क्षमता है। इन दोनों ने भारत के लिए तुरंत ही खेलना शुरू किया है और उन्हें वो क्रिकेट का मजा लेना चाहिए। सचिन ने कहा कि जब भारत ने वर्ष 2011 में विश्व कप का खिताब जीता था वो उनके लिए कभी नहीं भूलने वाला पल था। मैंने वर्ष 1983 विश्व कप का मैच देखा था और भारत ने ये खिताब जीतकर पूरे देश को खुशी दी थी। भारत वर्ष 2011 में दुनिया का पहला देश बना था जिसने अपनी धरती पर विश्व कप का खिताब जीता था। वर्ष 2019 में होने वाले विश्व कप के लिए उन्होंने उम्मीद जताई कि मौजूदा भारतीय टीम आठ वर्ष के बाद वो कमाल करेगी जो वर्ष 2011 में उन्होंने अपनी टीम के साथ किया था।
