चंडीगढ़ – पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से डेयरी सैक्टर को बढ़ावा देने के लिए व्यापक योजना बनाने के लिए उच्च स्तरीय कमेटी का ऐलान किया है। आज यहाँ पशु पालन, डेयरी और मछली पालन के क्षेत्रों से सम्बन्धित राज्य के विकास प्रोजेक्टों और स्कीमों की प्रगति का जायज़ा लेने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय मीटिंग हुई। इस मीटिंग के बाद सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पशु पालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को 5-सदस्यीय कमेटी के गठन के लिए ज़रूरी औपचारिकताएं मुकम्मल करने के लिए कहा। यह कमेटी पंजाब राज्य किसान कमीशन के चेयरमैन, पशु पालन विभाग के डायरैक्टर, डेयरी विकास विभाग के डायरैक्टर और गुरू अंगद देव वैटरनरी एंड एनिमल साईंसिज़ यूनिवर्सिटी, लुधियाना के एक नुमायंदों पर आधारित होगी। यह कमेटी सहायक पेशों के द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के मकसद से कृषि विविधता को उत्साहित करने के लिए सुझाव देगी। मुख्यमंत्री ने किसान आयोग के चेयरमैन अजयवीर जाखड़ को इजऱाइल के डेयरी फार्मिंग के माहिर येहुदा सप्रैचर की सेवाएं पशु पालन विभाग के सलाहकार के तौर पर लेने के लिए कहा। श्री सप्रैचर भी इस मीटिंग में शामिल थे।कृषि को फिर मज़बूत करने के लिए किसानों की आय बढ़ाने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि रिवायती फ़सलीय चक्कर से होती आय भी हाशीए पर पहुँच चुकी है जिस कारणकृषि तरक्की को स्थिर बनाने के लिए परिवर्तनीय अवसरों को तलाशने की ज़रूरत है। उन्होंने किसानों को आर्थिक तौर पर टिकाऊ सहायक पेशों की तरफ मुडऩे के लिए प्रेरित करने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया। प्रसार सेवाओं के नैटवर्क को और मज़बूत बनाने की महत्ता पर ज़ोर देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पशु पालन विभाग को गुरू अंगद देव यूनिवर्सिटी के साथ मिल कर अपने प्रयास और प्रोग्रामों सम्बन्धी जानकारी डेयरी किसानों तक पहुँचाने के लिए कहा। उन्होंने विभाग को पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी के पास पहुँच करके मधुमक्खी पालन, सूअर पालन, बकरी पालन आदि पेशों को उत्साहित करने के लिए संभावनाएं तलाशने के लिए कहा जिससे किसानों की आर्थिक स्थिरता को और मज़बूत बनाया जा सके। मुख्यमंत्री ने पशु पालन विभाग के डायरैक्टर को ग़ैर-नियमित पशु धन वीर्यसेचन पर काबू करने के लिए कहा जिससे भविष्य में पशूओं पर किसी तरह के बुरे प्रभाव को रोका जा सके। इससे पहले येहुदा सप्रैचर ने पावर पुआइंट पेशकारी के द्वारा राज्य में दूध की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाने के लिए फीड और चारे के मानक को सुधारने के सुझाव रखे। उन्होंने मुख्यमंत्री को फीड और पशु पालन से सम्बन्धित और जानकारी भी मुहैया करवाई।
इस मौके पर पशु पालन मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल, अतिरिक्त मुख्य सचिव पशु पालन एन.एस. कलसी, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग और व्यापार विन्नी महाजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास विसवाजीत खन्ना, विशेष सचिव पशु पालन राज कमल चौधरी, सचिव जल स्पलाई और सेनिटेशन जसप्रीत तलवाड़, गुरू अंगद देव यूनिवर्सिटी के उप-कुलपति डा. अमरजीत सिंह नन्दा और पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी के उप-कुलपति डा. बलदेव सिंह ढिल्लों उपस्थित थे।
