श्रीलंका क्रिकेट ने राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच चंडिका हाथुरुसिंघा को एक बड़ा झटका दिया है। अब चंडिका द्विपक्षीय दौरों पर अंतिम एकादश टीम का चयन नहीं करेंगे। एसएलसी ने उनसे यह अधिकार छीन लिया है।एसएलसी का कहना है कि ऐसे में अब द्विपक्षीय श्रीलंका की अंतिम एकादश का चयन टीम के प्रबंधक और कप्तान की राष्ट्रीय चयन समिति के साथ आपसी सहमति से किया जाएगा।श्रीलंका क्रिकेट ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘द्विपक्षीय दौरों के लिए टीम का चयन टीम प्रबंधक, कप्तान और चयन समिति की कमेटी द्वारा किया जाएगा। उनके बहुमत द्वारा किया गया फैसला ही मान्य होगा।’उल्लेखनीय है कि पूर्व एसएलसी कार्यकारी समिति की अध्यक्षता उस समय एसएलसी के अध्यक्ष थिलांगा सुमाथिपाला कर रहे थे और उन्होंने हाथरुसिंघा को समझौते के माध्यम से द्विपक्षीय दौरों के लिए टीम का चयनकर्ता बनाया था। इस पद को संभालने के कुछ समय बाद ही हाथरुसिंघा ने स्वयं को पूर्ण रूप से टीम का चयनकर्ता बनाने की मांग की।हालांकि, श्रीलंका के खेल कानून के अनुसार, एक राष्ट्रीय टीम का मुख्य कोच अपने पद का कार्यभार संभालने के दौरान उस टीम के चयनकर्ता के रूप में कार्य नहीं कर सकता।ऐसे में अब एसएलसी का कहना है कि खेल मंत्रालय की ओर से मिलने वाले निर्देशों के तहत हाथरुसिंघा के अधिकारों को कम किया गया है। एक प्रभावी और पारदर्शी चयनतंत्र के निर्माण हेतु ऐसा किया गया है।
