चंडीगढ़ – पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को बड़ावा देने के लिए अपनी सरकार की तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य मुहिम प्रोग्राम के तहत 70 आई.ई.सी (सूचना शिक्षा और संचार) वैनों को झंडी दी है। राज्य स्तर पर लोगों के साथ संपर्क करने और जागरूकता पैदा करने वाले इस प्रोग्राम के तहत राज्य भर के 117 विधान सभा हलकों में विभिन्न बीमारियों संबंधी जागरूकता पैदा करने और इनकी रोकथाम संबंधी कोशिशों की जाएंगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा भी थे। मुख्यमंत्री ने लोगों को बढिय़ा स्वास्थ्य सहूलतें मुहैया करवाने की अपनी सरकार की कोशिशों पर ज़ोर दिया जिनके द्वारा कंडी और सरहदी क्षेत्रों के दूर-दराज़ इलाकों समेत ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों तक पहुँच बनाई जायेगी। उन्होंने लोगों को बीमारियों की रोकथाम के लिए कदम उठाने और जागरूकता पैदा करने के लिए ऐसे अन्य जन संपर्क प्रोग्राम शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को कहा। मुख्यमंत्री ने उन सभी गाँवों के लिए दवाओं का उचित स्टॉक बनाई रखने और दवाओं की निर्विघ्न सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए भी स्वास्थ्य विभाग को कहा है जिन गाँवों में यह वैनें सेवाएं मुहैया करवाने के लिए लगाई गई हैं। यह वैनें राज्य भर में लोगों के स्वास्थ्य से सम्बन्धित प्राथमिक ज़रूरतों को पूरा करेंगी। इनमें से 13 वैनें माझे क्षेत्र में, 14 दोआबे में, 43 मालवे में और 17 सरहदी जिलों के हलकों में लगाई गई हैं। इन अत्यााधुनिक वैनों में 42 ’’ ऐल.ई.टी टैलिविजऩ स्क्रीनें लगी हुई हैं। इनमें पब्लिक एड्रेस सिस्टम और ऐलीवेटिड प्लेटफार्म है। इसके द्वारा स्वास्थ्य माहिर लोगों को स्वास्थ्य मुद्दों संबंधी जागरूकता मुहैया करवाएंगे। इनके द्वारा जागरूकता पैदा करने वाली फिल्में भी दिखाई जाएंगी। यह मुहिम विभाग द्वारा लोगों तक पहुँच करने वाली सबसे बड़ी मुहिम है जोकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के विभिन्न विंगों की मदद से शुरू की गई है जिनमें डायरैक्टोरेट ऑफ हैल्थ सर्वसिज़, आयुर्वेद, होमियोपैथी, पी.एच.सी और पी.एस.ए.सी.एस शामिल हैं। जि़ला परिवार कल्याण /हरेक जिले के सीनियर मैडीकल अफ़सर स्तर के अधिकारी नोडल अफ़सर द्वारा मनोनीत किये गए हैं। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इन गाड़ीयों को फील्ड में संबंधित विधायकों द्वारा झंडी दी जायेगी और डिप्टी कमिशनर रोज़मर्रा के आधार पर इसकी प्रगति का जायज़ा लेंगे। इसके अलावा वह मैडीकल टीमों का मार्ग दर्शन भी करेंगे जिससे इस विशेष स्वास्थ्य संभाल प्रोग्राम को अधिक से अधिक उपयोग में लाया जा सके। हरेक वैन कम से कम 8 से 10 स्थानों पर जायेगी। हरेक जिले का अपना विस्तृत माईक्रो प्लान /रूट प्लान होगा। ब्लाक का एस.एम.ओ इंचार्ज अपने सम्बन्धित ब्लॉक में नोडल अफ़सर होगा और क्षेत्र का मैडीकल अफ़सर इंचार्ज अपने क्षेत्र में हरेक आई.ई.सी वैन का नोडल अफ़सर होगा। वह सभी स्थानीय सरगर्मियों पर निगरानी रखेगा जिनमें मैडीकल कैंप और आर.वी.एस.कीटीमें भी शामिल हैं। डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएंं डा. जसपाल कौर ने बताया कि एच.बी, बी.पी, रैंडम ब्लड शुगर, ब्लड स्लाईड फॉर एम पी, आँखों की रौशनी जैसे मूलभूत टैस्ट मौके पर ही कर दिए जाएंगे। पैरासिटामोल और ऐमोकसीकलिन जैसी ऐंटीबायोटिक दवाएं मरीज़ों को मुफ़्त दी जायेगी। जिन मरीज़ों को और इलाज की ज़रूरत होगी उनको नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य संस्था में भेजा जायेगा। कैंपों में आने वाले लोगों की सही ढंग से देखभाल की जायेगी।वैनों और मैडीकल कैंपों की सरगर्मियों संबंधी निगरानी और फीडबैक संबंधी ऑनलाइन सूचना विशेष सॉफ्टवेयर के द्वारा बरकरार रखी जायेगी। एक कंट्रोल रूम के द्वारा इन 70 वैनों की हर रोज़ की प्रगति पर नजऱ रखी जायेगी। इसी तरह ओ.पी.डी. में आने वाले मरीज़ों की संख्या, दवाएँ, महिला /पुरुष, उम्र, लिंग और आई.ई.सी. /बी.सी.सी. गतिविधियों में शामिल होने वाले लोगों से सम्बन्धित मुख्य जानकारी रखी जायेगी। हरेक वैन में एक विज़टर बुक होगी जहाँ कम्युनिटी मैंबर अपनी फीडबैक /टिप्पणियां दजऱ् कर सकते हैं। यह वैनें लोगों को बाँटने के लिए पुस्तिका, पोस्टर और रूप में सार्वजनिक सामग्री की 35 -40 किस्मों भी को साथ लेकर चलेंगी। इस अवसर पर संसद मैंबर सुनील जाखड़, स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव -कम -पंजाब हैल्थ सिस्टम निगम और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मैनेजिंग डायरैक्टर अमित कुमार स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त सचिव बी. सरिनी वासन, डायरैक्टर ई.एस.आई. डा. जग्पाल बस्सी, डायरैक्टर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डा. अवनीत कौर और पंजाब हैल्थ सिस्टम निगम के चेयरमैन अमरदीप सिंह चीमा उपस्थित थे।
