नए भारत में युवा अपने कौशल की बदौलत पहचाने जाएंगे. भारत में युवाओं के
सपने और आकांक्षाओं को नया आयाम दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी ने सोमवार को दिल्ली में एनसीसी के अनुशासित कैडेटों के बीच यह बात
कही. दिल्ली कैंट में आयोजित एनसीसी कैडेटों की प्रधानमंत्री रैली में
शिरकत करते हुए प्रधानमंत्री ने एनसीसी के अनुशासन की सराहना की.
प्रधानमंत्री ने एनसीसी के गार्ड का निरीक्षण किया और सर्वश्रेष्ठ कैडेटों
को पुरस्कृत भी किया.
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एनसीसी
की प्रधानमंत्री रैली के लिए दिल्ली कैंट स्थित करिअप्पा परेड ग्राउंड
पहुंचे. एनसीसी के तीनों स्कंधों और छात्रा कैडेटों ने प्रधानमंत्री को
गार्ड ऑफ ऑनर दिया और प्रधानमंत्री ने गार्ड का निरीक्षण किया. एनसीसी के
17 निदेशालयों और युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत आए 11 देशों के
कैडेटों ने परेड में निकलकर प्रधानमंत्री को सलामी दी. इस मौके पर
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनसीसी अनुशासन के साथ जीना सिखाती है, साथ ही नए
संकल्पों के लिए ऊर्जा भी देती है. उन्होंने कहा कि भारत अर्थव्यवस्था से
लेकर रक्षा मोर्चों पर भी सशक्त है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं
के सपने और आकांक्षाओं को नया आयाम दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नए
भारत में सभी अपने कौशल की बदौलत पहचाने जाएंगे. साथ ही प्रधानमंत्री ने
कहा कि अब देश में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं रहनी चाहिए.
पीएम ने
नारी सशक्तिकरण पर खुशी जताई. प्रधानमंत्री ने कहा कि अब समाज के हर-एक
क्षेत्र में बेटियां सामने आ रही हैं.प्रधानमंत्री ने एनसीसी के सामाजिक
कार्यों को सराहा. उन्होंने कहा कि केरल की बाढ़ में एनसीसी के युवाओं का
बढचढ़ कर मदद के लिए आना सराहनीय है. एनसीसी की इस प्रधानमंत्री रैली का
हिस्सा बन कैडेट काफी उत्साहित दिखे.
एनसीसी की इस रैली में
प्रधानमंत्री के समक्ष कैडेटों ने अद्भुत आर्मी एक्शन पेश किया. इसके अलावा
कैडेटों ने पैरासेलिंग के जरिए पीएम को सलामी दी. प्रधानमंत्री ने
सर्वश्रेष्ठ कैडेटों को सम्मानित भी किया. इस साल एनसीसी के 17 निदेशालयों
में से चैंपियन ट्रॉफी का खिताब कर्नाटक और गोवा निदेशालय ने अपने नाम
किया, जबकि तमिलनाडु निदेशालय दूसरे स्थान पर रहा. गणतंत्र दिवस के मौके पर
आयोजित होने वाली इस रैली की शुरुआत 1951 में पागल जिमखाना और खेल के रूप
में हुई थी और 1954 से ये रैली मौजूदा स्वरूप में आयोजित की जा रही है,
जिसे प्रधानमंत्री रैली के नाम से जाना जाता है.
