इस्पात उद्योग को विश्व स्तर पर कॉम्पटेटिव बनाने के लिए भारत सरकार गंभीरता से काम कर रही है।
इस्पात
उद्योग को विश्व स्तर पर कॉम्पटेटिव बनाने के लिए भारत सरकार गंभीरता से
काम कर रही है। इसके तहत इस्पात मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय इस्पात
नीति(एनएसपी) भी तैयार की गई है। इस नीति के तहत वर्ष 2017 में 2030-31 तक
300 मिलियन टन इस्पात उत्पादन की कल्पना की गई है। इस लक्ष्य को साकार करने
के लिए अनेक पहल भी किए जा रहे हैं। इसी क्रम में आज मुंबई में इंडिया
स्टील 2019 प्रदर्शनी व सम्मेलन का आयोजन कराया जा रहा है।इस तीन दिवसीय
कार्यक्रम में इस्पात उद्योग के भविष्य के प्रगति पथ की योजना बनाने में
जहां मदद मिलेगी ,भारतीय और अंतरराष्ट्रीय इस्पात क्षेत्र की प्रसिद्ध
कंपनियां इसमें भाग ले रही हैं।यह आयोजन सभी हितधारकों को इस्पात क्षेत्र
के विकास को आगे बढ़ाने के लिए मजबूत योजना बनाने की दिशा में योगदान के
तरीकों की पहचान करने के बारे में विचार-विमर्श करने के लिए एक अवसर उपलब्ध
कराएगा।
