इस्लामाबाद। आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान में पिछले साल 262 आतंकी हमले हुए। इनमें कई सुरक्षा अधिकारियों समेत 595 लोग मारे गए और 1030 लोग घायल हुए।पाक इंस्टीट्यूट फॉर पीस स्टडीज (पीआइपीएस) की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल सबसे ज्यादा 136 हमले सुरक्षा एजेंसियों पर हुए जबकि नेताओं और विभिन्न दलों के कार्यकर्ताओं पर 24 हमले हुए। सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों का सामना करने में बुरी तरह पिछड़ गईं। 2017 में जहां उन्होंने 524 आतंकियों को ढेर किया था, वहीं 2018 में वह केवल 120 आतंकियों को ठिकाने लगा पाईं।2018 में भी बलूचिस्तान और खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत आतंकी हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। 2017 के मुकाबले पिछले साल बलूचिस्तान में आतंकी हमले 23 फीसद बढ़ गए। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 2018 में तहरीक-ए तालिबान पाकिस्तान और उसके समर्थक समूहों द्वारा 171 हमले किए गए। सीमा पार से हुए 131 हमलों में 111 लोग मारे गए।
