बोत्सवाना सरकार और डी बियर्स समूह का सुयंक्त उद्यम है डायमंड ट्रेडिंग कंपनी और इसी का जायज़ा लिया डीडी न्यूज़ संवाददाता ने
अफ़्रीक़ी देश बोत्सवाना की राजधानी गेबरोन में हीरों की चमक अब दुनियाभर में आकर्षण का केंद्र बन रही हैं। बोत्सवाना की डायमंड ट्रेडिंग कंपनी देश की अर्थव्यवस्था और रोजगार सृजन में अहम योगदान निभा रही है। अफ्रीकी महाद्वीप के दक्षिण में वो देश जिसे 30 सितंबर 1966 को ब्रिटेन की यूनाइटेड किंगडम से आज़ादी मिलने से पहले ब्रिटिश संरक्षित राज्य बेचुआनालैंड के नाम से जाना जाता था। आज़ादी के बाद इस देश का नया नाम बोत्सवाना हो गया।
ज़िम्बाब्वे, अंगोला, जांबिया और दक्षिण अफ्रीका इसके पड़ोसी देश हैं। भौगोलिक दृष्ठि से अगर देखा जाए तो बोत्सवाना एक सपाट देश है और इसके करीब 70 फीसद भाग में कालाहारी मरूस्थल फैला है। ये एक छोटा सा देश है जिसकी जनसंख्या केवल 20 लाख के आस-पास है और इसी देश की राजधानी गेबरोन में है वो जगह जिसपर दुनियाभर की नजर रहती है। जी हां, ये है बोत्सवाना डायमंड ट्रेडिंग कंपनी जिसे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कच्चे हीरे तराशने वाली कंपनी भी कहा जाता है। बोत्सवाना की डायमंड ट्रेडिंग कंपनी यानि डीटीसी, बोत्सवाना सरकार और डी बियर्स समूह का सुयंक्त उद्यम है। दोनों की इसमें 50-50 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
गौरतलब है कि बोत्सवाना में करीब 20 हीरा कंपनियां काम कर रही हैं, जिनमें से 10 कंपनियों भारतीय हैं। ये कंपनियों पॉलिशिंग और तराशने के काम में लगी है।