चंडीगढ़ – राज्य में औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों को और बढ़ावा देने के लिए पंजाब मंत्रीमंडल ने आज जि़ला लुधियाना के इंडियन एयर फोर्स स्टेशन हलवारा में नया अंतरराष्ट्रीय सिविल हवाई टर्मिनल स्थापित करने की स्वीकृति दे दी है। इस फ़ैसले से राज्य की काफी लंबे समय की माँग पूरी हो गई जिसको कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पिछले कार्यकाल के दौरान सबसे पहले केंद्र सरकार के समक्ष उठाया था।पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व में मंत्रीमंडल ने इस सम्बन्धी एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ए.ए.आई.) के साथ समझौता सहीबद्ध (एम.ओ.यू.) करने के लिए हरी झंडी दे दी है।यह खुलासा करते मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस सिविल टर्मिनल का निर्माण साझे तौर पर एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और पंजाब सरकार द्वारा इसके लिए गठित की गई ज्वाइंट वैंचर कंपनी (जे.वी.सी.) के द्वारा किया जायेगा। इस प्रोजैक्ट में 51′ हिस्सेदारी एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और 49′ हिस्सेदारी पंजाब सरकार की ग्रेटर लुधियाना डिवैल्पमैंट अथॉरिटी (गलाडा) की होगी। प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा 135.54 एकड़ ज़मीन बिना किसी कीमत के जे.वी.सी. को हिस्सेदारी के तौर पर दी जायेगी। इस एयरपोर्ट के निर्माण का सारा ख़र्च एयर पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा किया जायेगा जबकि इस हवाई अड्डे को चलाने, संचालन और इसके रख-रखाव का सारा ख़र्च कंपनी द्वारा किया जायेगा।प्रवक्ता ने बताया कि इस प्रोजैक्ट के पहले पड़ाव का काम जिसमें 135.54 एकड़ क्षेत्रफल में कोड-4 था इस तरह के जहाजों के ऑपरेशन के लिए पूर्ण रूप में नये अंतर्राष्ट्रीय सिविल एयर टर्मिनल का निर्माण करना शामिल है,जिसे तीन साल के समय में पूरा किया जायेगा। इस प्रोजैक्ट का निर्माण आने वाले समय में पंजाब के आर्थिक विकास, व्यापार और औद्योगिक गढ़ लुधियाना और इसके आस-पास के इलाक ों को एक नई बुलंदी की तरफ लेकर जायेगा।लुधियाना पंजाब का सबसे बड़ा औद्योगिक और कारोबार वाला शहर है जिसकी आबादी लगभग 20 लाख है। इस समय यहाँ एक छोटा सा एयरपोर्ट साहनेवाल में चल रहा है जिसको ए.ए.आई. द्वारा चलाया जाता है और यहाँ क्षेत्रीय संपर्क स्कीम-उड़ान के अंतर्गत सिफऱ् दिल्ली के लिए उड़ानें भरीं जातीं हैं। लुधियाना शहर पंजाब के केंद्र में स्थित होने के कारण काफ़ी महत्ता रखता है। मौजूदा एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई सीमित होने के कारण यहाँ सिफऱ् छोटे जहाज़ ही उड़ान भर सकते हैं जिस कारण हवाई संपर्क बहुत सीमित है। इसके अलावा मौजूदा एयरपोर्ट के आस-पास शहर का काफ़ी विकास हो जाने के कारण साहनेवाल में मौजूदा हवाई अड्डे का विस्तार करने के लिए और भूमि अधिग्रहण करना संभव नहीं है। लुधियाना एक महत्वपूर्ण औद्योगिक ज़ोन है जहाँ से हवाई ट्रैफिक़ बढऩे के साथ निर्यात में काफ़ी विस्तार हो सकता है।
